जयपुर। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी जयपुर से सामन आ रहीं है। लम्पी वायरस ने राज्य सरकार की चिंता बढा दी है। पाकिस्तान और गुजरात से सटे जिलों के बाद अब प्रदेश के अन्य जिलों में भी लम्पी वायरस ने एंट्री की है। पशुओं में तेज से फैल रहा लम्पी वायरस अब जयपुर तक भी पहुंच गया है। जयपुर की सबसे बड़ी हिंगोनिया गौशाला में भी 55 से ज्यादा गायें लम्पी वायरस से संक्रमित पाए जाने का संदेह है। इन गायों के शरीर पर सैंकड़ों की संख्या में गांठें निकल आई है। नगर निगम की ओर से जयपुर के शहरी क्षेत्रों में आवारा घूम रही गायों को पकड़कर हिंगोनिया गोशाला में छोड़ा जाता है। बताया जा रहा है कि जिन 55 गायों के शरीर पर सैंकड़ों की संख्या में गांठें मिली है, उनमें से अधिकतर गायों को बाहर से पकड़ कर लाया गया था।
जयपुर के हिंगोनियां गौशाला में एक दर्जन से अलग बाड़े बनाए हुए हैं, जिनमें हजारों की संख्या में गायें हैं। हजारों गायों पर लम्पी वायरस से संक्रमित होने का खतरा मंडरा गया है। अलग अलग बाड़ों में 55 से ज्यादा गायों के शरीर पर सैंकड़ों की संख्या में गांठें उभर आई है। संक्रमित गायों ने चारा खाना छोड़ दिया है। वे बेसहाय और बेबस होकर नीचे गिरने को मजबूर है। ये बेजुबां दर्द से तड़प रही हैं लेकिन बयां नहीं कर पा रही हैं। इनका दर्द इनकी हालत देखकर समझा जा सकता है।
हिंगोनिया गौशाला में बीमार गायों के लिए अलग बाड़ा बना दिया गया है। हालांकि यह वायरस हवा के जरिए नहीं फैलता है लेकिन मच्छर और मख्खियों के जरिए वायरस के फैलने का खतरा है। गायों के बाड़ों में बड़ी संख्या में मक्खियां और मच्छर भिनभिनाते रहते हैं। ऐसे में नगर निगम प्रशासन ने बीमार गायों के लिए अलग बाड़े का इंतजाम किया है। हालांकि संक्रमित गायों को लगाए जाने वाली गोटा पॉक्स वैक्सीन अभी जयपुर में उपलब्ध नहीं हो पाई है। निगम प्रशासन एंटी बायोटिक दवाओं से वायरस को फैलने से रोकने की कोशिश में जुटा है।