राजसमंद। झाड़ोल के महंत सीताराम दास महाराज के मार्गदर्शन में नोबल पब्लिक स्कूल भव में गुरुवार को 15 दिवसीय वैदिक शिक्षा शिविर का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के विशिष्ट अतिथि प्रवीण गुर्जर ने की, जिसकी शुरुआत संतदास महाराज, लहरीलाल शर्मा, भरत खंडेलवाल, मुरलीधर शर्मा के आतिथ्य में हुई। संस्थान के संरक्षक गोविन्द शर्मा एवं अन्य सदस्यों ने अतिथियों का तिलक इकलाई एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में महंत सीतारामदास महाराज ने कहा कि बिना ज्ञान के गुरु नहीं होता, गुरु से ही शिक्षा प्राप्त होती है और गुरु के आशीर्वाद से बड़ी उन्नति होती है। शिक्षा प्राप्त करने के लिए मनुष्य को झुकना सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां प्रेम है वहां ईश्वर है और व्यक्ति को पूरे मन से वैदिक ज्ञान सीखना चाहिए ताकि व्यक्ति को शक्ति मिले और गुरु की आज्ञा का पालन हो। लहरीलाल शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज को हमेशा अपनी संस्कृति पर ध्यान देना चाहिए और वैदिक कार्य करना चाहिए क्योंकि वर्तमान समय में ब्राह्मण समाज में यह संस्कृति धीरे-धीरे समाप्त होने के कगार पर है। इसे पुनर्जीवित किया जाना चाहिए और हम जिले के सभी ब्राह्मण समुदाय के सदस्यों से आह्वान करते हैं कि एक बार विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी यहां पहुंचें, तो वे जिले में ब्राह्मण समुदाय के लिए एक वेद विद्यालय खोलने की मांग करेंगे, ताकि इस जिले के ब्राह्मण समुदाय के बटुक छात्र वैदिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त कर सकें। कांकरोली के मनोहरलाल व्यास, पूरन शर्मा, नारायण शर्मा, चेतन शर्मा, ओम शर्मा, प्रह्लाद शर्मा, करण सिंह, देवी सिंह, पोखर कुमावत, लाल सिंह, करण सिंह, गोविंद शर्मा, नंदलाल शर्मा, विष्णु शर्मा, पवन शर्मा, भूपेंद्र पारीक, हरिप्रसाद गणपत शर्मा, भरत शर्मा, राहुल शर्मा, प्रीतम शर्मा, देवेंद्र पालीवाल, कन्हैयालाल आदि अनेक अभिभावक मौजूद रहे।