प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ कस्बे में पिछले एक वर्ष से पेयजल संकट दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा हैं। जलदाय विभाग की अकर्मण्यता व कमजाेर मानसून के कारण प्राकृतिक पेयजल स्त्राताें में पानी की कमी के चलते महिलाओं में पेयजल संकट को लेकर काफी आक्रोशित हैं। फुटी बावड़ी मोहल्ला निवासी कृष्णा सुथार, निर्मला, नेहा, चांदी, पुष्पादेवी, कंचन, गार्गी, रिद्धि सहित कई महिलाओं ने बताया कि लंबे समय से पानी की काफी समस्या बनी हुई हैं। मोहल्ले में न तो कोई पनघट योजना है तथा न ही इस पूरे मोहल्ले में एक भी हैंडपंप नहीं होने से महिलाओं को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा हैं। 15 दिन अंतराल के बाद भी मात्र 30 मिनट पानी मिल रहा हैं। यानी कि औसत प्रतिदिन 2 मिनट पानी माेहल्ले वासियों को मिल रहा है।
जो कि ग्रामीणों के साथ अन्याय हैं। इधर, लक्ष्मी, अनीता, अनु शर्मा, कंचनदेवी, सीमा आदि महिलाओं ने कहा कि उनके मोहल्लों में भी पनघट योजना तक नहीं है तथा हैंडपंप तक इनके मोहल्लों में नहीं होने से महिलाओं को इधर-उधर भटकते हुए लंबे समय से पीने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। महिलाओं ने बताया कि लगातार शिकायत के बाद भी पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हाे रहा है। इससे क्षेत्र के लाेगाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ महिलाअाें ने समस्या का निस्तारण नहीं हाेता है ताे अांदाेनल करने की चेतावनी दी। इसके साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लगाातर अधिकारियों और जनप्रतिधिनियों को शिकायत देकर पेयजल व्यवस्था सुधारने की मांग की, लेकिन आज दिन तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके साथ ही पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण परेशान जूझ रहे है। लोगों को बाहर से पानी के टैंकर मंगवाकर डिमांड पूरी कर रहे है।