राजस्थान में सूबे के नए मुखिया को लेकर खींचतान शुरू, 82 MLA दे सकते हैं इस्तीफा

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Update: 2022-09-25 15:34 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आज तक

राजस्थान। राजस्थान के मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए इस वक्त जबरदस्त खींचतान चल रही है. वर्तमान सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने जा रहे हैं, ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोड़ना है. अब सचिन पायलट को सीएम बनाए जाने की उम्मीद सबसे ज्यादा है. लेकिन कांग्रेस के लिए ये फैसला इतना आसान नहीं होने वाला है. गहलोत गुट के विधायक पायलट को सीएम बनाने का विरोध कर रहे हैं. थोड़ी देर में विधायक दल की बैठक होने वाली है.
- बैठक से पहले राजस्थान की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट की सीएम दावेदारी के विरोध में कांग्रेस के 82 विधायक इस्तीफा दे सकते हैं.
- विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत ने कहा है कि ऐसी अफवाह फैलाई गई कि मैं CM पद नहीं छोड़ना चाहता, जबकि मैं तो 9 अगस्त को ही इस पर अपनी राय स्पष्ट कर चुका हूं.
- कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल के आवास के बाहर एक बस पहुंची. यहां कांग्रेस के विधायक मौजूद हैं.
- सचिन पायलट बैठक में शामिल होने के लिए अपने आवास से निकल चुके हैं.
- राजेंद्र गुड़ा ने कहा है कि अगर सभी 101 विधायक भी बैठक में शामिल नहीं होते हैं तो क्या सरकार बहुमत नहीं खोएगी. मैं इस बैठक में शामिल नहीं हो रहा हूं. मेरे घर में कुछ विधायक हैं.
- कांग्रेस विधायकों की बैठक में कुछ देरी हो रही है. फिलहाल सीएम अशोक गहलोत आलाकमान के द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों से मुलाकात कर रहे हैं.
- पर्यवेक्षकों से मुलाकात करने पहुंचे अशोक गहलोत. कांग्रेस ने बैठक में शामिल होने के लिए अजय माकन के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.
- बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए मंत्री राजेंद्र गुड़ा ने कहा है कि निर्दलीय विधायक तो कुछ भी कह सकते हैं. लेकिन वे पार्टी आलाकमान के साथ हैं.
- तनोट माता मंदिर में दर्शन करने पहुंचे राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने नए सीएम के सवाल पर कहा कि नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए, लेकिन ऐसे चेहरे के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए ,जो राजस्थान में आगामी चुनावो में जीत दिला सके।
अशोक गहलोत के समर्थकों ने अभी से बगावती सुर दिखाने शुरू कर दिए हैं. बैठक से पहले कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि विधायकों ने अशोक गहलोत को ही अपना नेता माना है. इससे पहले निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने गहलोत को ही सीएम बनाए रखने की मांग की. उन्होंने कहा है कि अगर विधायकों की इच्छा के आधार पर ही मुख्यमंत्री का चयन होता है तो सरकार ठीक तरह से चलती रहेगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो सरकार गिरने का खतरा है.
लोकदल कोटे से राज्यमंत्री और गहलोत के करीबी डॉ. सुभाष गर्ग ने पायलट का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा. गर्ग ने कहा, 'जिन लोगों (पायलट) ने 2 साल पहले सरकार गिराने की कोशिश की, उन्हें प्रदेश की कमान सौंपने की तैयारी की जा रही है. इससे पार्टी और सरकार दोनों कमजोर हो सकते हैं.'
सहयोगी दलों से भी पूछा जाना चाहिए
गर्ग ने आगे कहा, 'जिन 102 विधायकों ने सरकार बचाई थी, उनका क्या? कांग्रेस को उनकी भावनाओं का भी खयाल रखना चाहिए, जो दो महीने तक घर छोड़कर होटलों में बाड़ेबंदी के अंदर रहे. हमने सरकार बनाने में सहयोग किया. सहयोगी दलों से पूछा जाना चाहिए कि आगे सरकार कैसे बचेगी.'
सीएम पद छोड़ने पर गहलोत का स्टैंड?
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सीएम पद छोड़ने को लेकर कहा है कि वे कहां रहेंगे ये वक्त ही तय करेगा. लेकिन वे राजस्थान छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं. गहलोत ने कहा कि उन्होंने 9 अगस्त को सोनिया गांधी से इस्तीफे की पेशकश की थी. मुझे कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया. अब नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए. हालांकि, नए सीएम के नाम पर उन्होंने कहा कि यह विधायक दल की बैठक में ही तय होगा.
तनोट माता के मंदिर पहुंचे गहलोत
अशोक गहलोत ने रविवार को जैसलमेर के प्रसिद्ध तनोट माता के मंदिर पहुंचकर दर्शन किए. उन्होंने देश में शांति और अमन की कामना की. राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' पर उन्होंने कहा कि यात्रा शानदार चल रही है.
जो भी चुनाव लड़ना चाहे लड़े
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के पद के चुनाव को लेकर भी सीएम अशोक गहलोत ने अपनी राय व्यक्त की. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा है कि पार्टी प्रमुख के अध्यक्ष को लेकर हम न्यूट्रल हैं. जो भी चुनाव लड़ना चाहता है, वह लड़ सकता है.
न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
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