बांसवाड़ा। बांसवाड़ा पत्नी के चरित्र पर शक होने पर पति ने डंडे से मारकर अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी और आरोपी अपने दोनों बेटों को लेकर घर से निकल गया. त्रिपुर सुंदरी ने पुलिस चौकी के पास गन्ने के रस की दुकान पर जूस पीना शुरू किया, इस दौरान खून से सने कपड़े और हाथ देखकर दुकानदार ने संदेह जताया और इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने हत्या के आरोपी को पकड़ा। यह घटना जिले के सदर थाना क्षेत्र के चौबीसा के पड़ला गांव की है. बांसवाड़ा जिले के सदर थाना क्षेत्र के चौबीसा के पड़ला गांव में शुक्रवार को मुकेश पिता बड़िया जाति डोडियार ने अपनी पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी. पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। सदर थानाध्यक्ष दिलीप सिंह ने बताया कि आरोपी मुकेश का अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए झगड़ा हुआ था. जिससे उसने उसे डंडे से पीटा, जिससे उसकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई और वह मौके से फरार हो गया।
त्रिपुरा सुंदरी पुलिस चौकी के पास गन्ने के रस की दुकान है, जहां दुकानदार पिंटू चौकी पर आया और पुलिस को बताया कि मेरी दुकान पर एक व्यक्ति जूस पीने आया है, जिसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिसके हाथों पर खून लगा है. कपड़े भी खून से सने नजर आ रहे हैं। उसने बताया कि मेरी पत्नी से झगड़ा हुआ करता था, जिसके चलते मैंने उसकी चोटी से हत्या कर दी। यह सुनकर दुकानदार पिंटू ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर त्रिपुरा सुंदरी पुलिस चौकी के हेड कांस्टेबल महेंद्र सिंह ने उसे पकड़ लिया और चौकी पर लाकर उससे पूछताछ की तो उसने अपना आरोप स्वीकार कर लिया.
बाद में सदर थाने को सूचना दी गई। उच्चाधिकारियों के आदेश पर जाबता पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी के बताए अनुसार जब उसने पते पर पहुंचकर देखा तो उसकी पत्नी मृत पड़ी थी। वह लहूलुहान हालत में थी। उसके आरोपी पति का कहना है कि पत्नी के चरित्र पर शक था। उनकी मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने प्रकरण 302 दर्ज कर आरोपी मुकेश पिता निवासी चौबीसा का पाडला जाति डोडियार को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले को लेकर बांसवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह ने हत्याकांड का खुलासा करने में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस चौकी हेड कांस्टेबल महेंद्र पाल सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर ₹5000 नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया.