कुष्ठ रोग को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने किया जागरूक, शहर में निकाली गयी रैली
बड़ी खबर
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शहर में कुष्ठ रोग उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. रैली को सीएमएचओ डॉ. ओपी चाहर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में शामिल नर्सिंग की छात्राओं ने हाथों में तख्तियां लेकर आम लोगों को कुष्ठ रोग का इलाज कराने के लिए जागरूक किया। इसके बाद सीएमएचओ ने रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। यह रथ सभी प्रखंडों में जाकर लोगों को जागरूक करेगा. इस पखवाड़े के दौरान लोगों को पैम्फलेट आदि भी बांटे जाएंगे। सीएमएचओ डॉ. ओपी चाहर ने कहा कि कुष्ठ रोग को लेकर कई तरह की भ्रांतियां लोगों में फैली हुई हैं। इस वजह से लोग सामने नहीं आते हैं। वे डिप्रेशन में चले जाते हैं। इलाज भी नहीं करवाते हैं। सरकार द्वारा नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। 6 महीने या एक साल में कुष्ठ रोग दूर हो जाता है। इसकी जानकारी देने के लिए जागरूकता पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ. चाहर ने कहा कि कुष्ठ रोग आसानी से पता लगने वाला और पूरी तरह से ठीक होने वाला रोग है। हमें कुष्ठ रोग से पीड़ित किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। कुष्ठ रोग के संबंध में फैली भ्रांतियों को समाज में पनपने नहीं देना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने बताया कि पखवाड़े के दौरान ग्राम स्तर पर गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा, जिसमें सरपंच द्वारा कुष्ठ रोग जागरूकता संदेश पढ़ा जायेगा. डिप्टी सीएमएचओ डॉ. रविशंकर शर्मा ने बताया कि 30 जनवरी से 13 फरवरी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुष्ठ रोग से संबंधित जागरूकता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है. हमें यह जानकारी जिले के हर नागरिक तक पहुंचानी है ताकि कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीजों की पहचान कर उनका इलाज किया जा सके। एक पखवाड़े के भीतर जिले में कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्तियों की पहचान कर उनका इलाज किया जाएगा। साथ ही इस संबंध में फैली भ्रांतियों को भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी दूर करेंगे। इस दौरान विभाग द्वारा आशा सहयोगिनी एवं एएनएम के माध्यम से घर-घर जाकर मरीजों की पहचान की जायेगी तथा आम जनता को भी कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया जायेगा. उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग के इलाज की दवा भी सभी चिकित्सा संस्थानों में नि:शुल्क उपलब्ध है।