गुरू और गौ का भारतीय संस्कृति में अहम स्थान है- राज्यपाल राज्यपाल कलराज मिश्र ने पाली में रूप
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति और समाज में गुरू और गाय का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। गाय भारतीय संस्कृति में पूजनीय है। हमारे देश में भगवान श्री कृष्ण और भगवान शंकर ने नंदिनी और नन्दी को महत्व देकर गौवंश को अहम स्थान दिया है।
राज्यपाल शनिवार को पाली में रूप रजत विहार में रूप रजत विशिष्ट अथिति गृह एवं वाचनालय के उदघाटन अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी जीवों के कल्याण में मानव मात्र का कल्याण निहित है । उन्होंने उपस्थित आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि संत- महात्माओं के चिंतन को आगे बढ़ाएं और उनके सेवा संकल्पों से समाज को लाभान्वित करें।
उन्होंने कहा कि मनुष्य बनने का अर्थ मानवीय मूल्यों से ओत- प्रोत व्यक्तित्व है। श्री मिश्र ने कहा कि सभी जीवों के कल्याण में मानव मात्र का कल्याण निहित है, यही सनातन है।
संविधान की प्रस्तावना व मूल कर्तव्यों का वाचन किया
उन्होंने कार्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन किया तथा उपस्थित भामाशाहों को सम्मानित भी किया।
इससे पहले पाली आगमन पर राज्यपाल श्री कलराज मिश्र को हेलीपैड पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया एवं जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने स्वागत व आगवानी की। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री लहर सिंह सिरोया, विधायक पाली श्री ज्ञानचंद पारख उपस्थित रहे।