बेटियो ने बेटे का फर्ज निभाते हुए अपनी मां के निधन पर अर्थी को दिया कंधा
चित्तौरगढ़। भाई की गैरमौजूदगी में बेटे का फर्ज निभाते हुए मां की मौत पर बेटियों ने कंधा दिया और अर्थी जलाई। महिला का अंतिम संस्कार बीती शाम हुआ। कपासन कस्बा निवासी हरदेव उपाध्याय की पत्नी भावना उपाध्याय (41) की शनिवार को इलाज के दौरान उदयपुर के एक अस्पताल में मौत हो गई. जिनका अंतिम संस्कार शाम को कस्बे के मोक्ष धाम में किया गया।
भावना की तीन बेटियां हैं और कोई बेटा नहीं है। मां के निधन पर तीनों पुत्रियों अनुश्री (18), अन्नश्रेया (14) और भाविका (8) ने परिजनों को अपनी मां के अंतिम संस्कार में बेटे की तरह रस्मों को पूरा करने की मंशा बताई। इस पर घरवाले भी राजी हो गए। अंतिम यात्रा में तीनों बेटियों ने मां की अर्थी को कंधा दिया और मोक्ष धाम पहुंचकर वहां आवश्यक कर्मकांड कर अपनी मां की चिता को मुखाग्नि दी. बेटियों के इस कर्तव्य को निभाने की चर्चा कस्बे में विफल रही।
बताया गया कि उसकी मां भावना को दिल की गंभीर बीमारी थी। वह पिछले कई दिनों से उदयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी और वहीं उसका इलाज चल रहा था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। तीन बेटियों में बड़ी बेटी बीएड कर रही है। जबकि उनकी छोटी बेटी ग्रेजुएशन कर रही है और सबसे छोटी मिडिल स्कूल में पढ़ रही है। पिता के बस स्टैंड पर पान और जनरल सामान की दुकान है।