8 नाबालिग बच्चियों से हेड मास्टर के हैवानियत करने के केस में पहली सुनवाई
डूंगरपुर। सदर थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 8 नाबालिग लड़कियों के साथ हेड मास्टर की हैवानियत के मामले में शुक्रवार को पहली सुनवाई हुई. कोर्ट में 3 गवाहों की गवाही हुई. इस मामले में अगली सुनवाई 6 दिन बाद 17 अगस्त को होगी. सरकारी स्कूल के हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा के मामले में 24 जुलाई को कोर्ट में चालान पेश किया गया था. इसके बाद 4 अगस्त को कोर्ट ने उस पर अपहरण, रेप, डराने-धमकाने और नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने के आरोप तय किए. वहीं, मामले में 58 गवाह हैं, जो कोर्ट के सामने घटना की हकीकत बयां करेंगे. घटना को लेकर शुक्रवार को विशेष पॉक्सो कोर्ट में 3 गवाह पेश हुए. इसमें एक रेप पीड़िता नाबालिग लड़की समेत उसके पिता और एक डॉक्टर ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाया. कोर्ट में पीड़ितों की ओर से सरकारी वकील ने पैरवी की, जबकि आरोपी रमेशचंद्र कटारा की ओर से दो वकीलों ने अपनी दलीलें पेश कीं. वहीं डॉक्टर ने भी मेडिकल रिपोर्ट को लेकर कोर्ट में अपना बयान दिया. कोर्ट में अगली सुनवाई 17 अगस्त को रखी गई है। 31 मई को सदर थाना इलाके के एक सरकारी स्कूल के हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा के खिलाफ स्कूल की 8 नाबालिग लड़कियों के साथ हैवानियत का मामला सामने आया था. आरोपी हेड मास्टर ने अपने ही स्कूल में पढ़ने वाली 8 से 12 साल की मासूम बच्चियों को खेलने के बहाने स्कूल और घर ले जाकर रेप किया था. आरोपी हेडमास्टर बच्चियों को चॉकलेट देकर और धमकी देकर यह बात किसी को बताने से मना करता रहा. सदर थाने में मामला दर्ज होने के बाद 3 जून को हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा को गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं, मामले की जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी हेड मास्टर के खिलाफ 1500 पेज की चार्जशीट तैयार की. पुलिस को आरोपी हेड मास्टर के मोबाइल से लड़कियों की नग्न तस्वीरें भी मिली थीं।