सात नए वन्य जीव संरक्षण अभ्यारण्यों से राजस्थान को हरा-भरा बनाने का प्रयास
टाइगर पार्कों से गांवों के स्वैच्छिक पुनर्वास में भी तेजी आई है। सरिस्का और मुकुंदरा के तीन-तीन और रणथंभौर के एक गांव को स्थानांतरित किया गया।
जयपुर : राजस्थान वन एवं वन्य जीव संरक्षण में मॉडल राज्य बनेगा क्योंकि राज्य में 7 नये संरक्षण रिजर्व बनाने की तैयारी की जा रही है. संरक्षण रिजर्व घोषित होते ही इन क्षेत्रों में वन्यजीव अधिनियम लागू किया जाएगा।
अजमेर के खरमोर, जोधपुर के खिचन, सीकर के बालेश्वर, सीकर के फतेहपुर, राजसमंद के देसुरी नरलाई, बारां के बंज अमली और बाड़मेर में कंजरवेशन रिजर्व घोषित किए जाएंगे। अब तक राज्य में कुल 22 संरक्षण रिजर्व अधिसूचित किए जा चुके हैं। 7 नए अभ्यारण्यों के अधिसूचित होते ही इनकी संख्या कुल 29 हो जाएगी। ऐसे में वन व वन्य जीवों की सुरक्षा पुख्ता होगी। यह एसीएस शिखर अग्रवाल, एचओएफएफ डॉ. डीएन पांडे और सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू अरिंदम तोमर के प्रयासों का परिणाम होगा।
टाइगर पार्कों से गांवों के स्वैच्छिक पुनर्वास में भी तेजी आई है। सरिस्का और मुकुंदरा के तीन-तीन और रणथंभौर के एक गांव को स्थानांतरित किया गया।