राजसमंद। राजसमंद नगर परिषद के लगभग 2000 मतदाता की आबादी वाले वार्ड 10 में पिछले तीन सालों में कई विकास कार्य हुए है, लेकिन अभी भी वार्ड में कई समस्याएं जस की तस बनी हुई है। संकरी गलियों में साफ-सफाई का अभाव है। सडक़ों पर डामरीकरण उखड़ा हुआ है, वहीं खुली नालियों में जमा कचरे के कारण मच्छरों की भरमार से वार्डवासी परेशान है। नगर परिषद के वार्ड का क्षेत्र सिलवाट वाड़ी-पठानवाड़ी से प्रारंभ होकर मालीवाड़ा, खाखलदेवी मंदिर के पास से होते हुए शितला माता चौक, रेेगर मोहल्ला, खटीक मोहल्ला, करणी विहार के कुछ भाग को शामिल करते हुए कालाजी गौराजी भैरव मंदिर सीधे राजनगर मुख्य रोड तक फैला हुआ है। लेकिन अधिकाश जगह मार्ग संकरे व गलियों में होने के कारण कचरा पात्र उठाने वाले वाहन नहीं पहुंच पाते। ऐस में कुछ जगहों पर नालियों की नियमित साफ-साफाई नहीं होने से गंदगी, बदबू एवं मच्छरों की भरमार है। 100 फीट रोड एवं अन्य सडक़ों का नव निर्माण होने से रेगर मोहल्ले में बनी पुरानी सडक़ नीचे हो गई है। ऐसे में बारिश का पानी सड़क पर जमा हो जाता है।
पठानवाड़ी क्षेत्र में वर्षों पुरानी ऐतिहासिक बावड़ी बनी हुई है। दशकों पूर्व लोग इस बावड़ी के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग में लेते थे, लेकिन लेकिन नल कनेक्शन आदि होने से बावड़ी का उपयोग बंद हो गया। इसके कारण बावड़ी जर्जर हो गई है। इसके अंदर गंदगी जमा होने के कारण पानी दूषित हो गया। ऐसे में इसका जीर्णोद्धार होने से पेयजल की समस्या का समाधान हो सकता है। वार्ड में कई विकास कार्य करवाए है और अभी और भी प्रस्तावित है। नालियों के निर्माण के लिए ठेका हो चुका है। जल्द ही नालियों का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अनुसार पीडब्ल्यूडी से भी कार्यों के लिए टेण्डर हो गए हैं, जल्द ही कार्य प्रारंभ होंगे। कुछ क्षेत्रों में रेगर समाज, खटीक समाज, माली समाज एवं पठान समाज के लिए सामुदायिक भवन के लिए भी प्रस्ताव दिए गए है।