प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले में इन दिनों टाइफाइड बुखार का प्रकोप है। पिछले छह माह में जिला अस्पताल में टाइफाइड के 117 केस की पुष्टि हुई है। मार्च-अप्रैल व मई के दिनों में टाइपफि डॉट टेस्ट में 57 केस सामने आ चुके हैं। मरीजों की टाइफाइड जांच के लिए ब्लड कल्चर, टाईफी डॉट टेस्ट हो रहे हैं। इनमें भी अधिकतर शहर तथा आसपास के गांव से हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य हालत में टाइफाइड के केस महीने में तीन से चार मुश्किल से सामने आते हैं, लेकिन इस बार कहीं ज्यादा मरीज सामने आए हैं। चिकित्सालय के बालरोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार सिंह बताते हैं कि बीमारी बढ़ने का प्रमुख कारण बरसात के बाद मौसम में बदलाव है। अचानक तापमान में बदलाव होने पर बुखार का संक्रमण तेजी से फैलता है। इससे बचने लिए बच्चों को धूप व गर्मी से बचाते हुए पर्याप्त पानी पिलाएं। डायरिया से बचने के लिए साफ पानी का ही उपयोग करें। दूषित पानी पानी से उल्टी-दस्त की बीमारी होती है। प्रतापगढ़ जिले के धरियावद, पीपलखूंट, छोटीसादड़ी, अरनोद अरनिया, असावता, राजपुरिया, सेमली, आमलीखोरा, भेसापाड़ा, रठांजना, गादोला, मानपुरा, शहर के हाउसिंग बोर्ड, मंदसौर रोड स्थित हनुमान नगर, इंदिरा कॉलोनी से मरीज सामने आ रहे हैं। टाइफाइड के भयंकर प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम नाकाफी हैं। जिला अस्पताल में टाइफाइड के मरीजों की स्थिति माह टेस्ट पॉजिटिव जनवरी 846 26 फरवरी 778 18 मार्च 923 31 अप्रैल 1050 14 मई 1119 28 टाइफाइड संक्रमण जनित बीमारी दूषित पानी से अधिक फैलती है। टाइफाइड से बचाव के लिए पानी को उबालकर पीएं। घरों के आस-पास साफ सफाई रखें। बाहरी भोजन से बचें।