श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर शहर में सफाई व्यवस्था का दावा करने वाली नगर परिषद की टीम खुद के ऑफिस परिसर में सफाई नहीं करवा रही है। नगर परिषद की निर्माण शाखा के पास बरसाती पानी को सहेजकर रखने और इसके इस्तेमाल करने के लिए चार साल पहले बनाए गए रूफ टॉफ वाटर हार्वेस्टिग स्टैक्चर यानि जल संग्रहण टंकी बदहाल है। इस जगह पर ऑटो टीपर ख़ड़े कर दिए हैं। ऐसे में कचरे के ढेर इतने अधिक लग चुके हैं कि वहां खड़ा होने में परेशानी आ रही है। निर्माण शाखा भवन में ही इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गांरटी योजना के तहत ऑफिस संचालित हो रहा है।
शहरी नरेगा श्रमिकों को इस भवन के आसपास सफाई कार्य के लिए कभी लगाया ही नहीं। यही वजह रही है कि नगर परिषद खुद अपने ऑफिस को साफ कराने में नाकाम रही है। निर्माण शाखा के पास साफ सफाई नहीं होने के कारण झाडियां अधिक उग आई है। इससे वहां तैतियों और टांटियों के छते लग गए हैं। बरसाती पानी की आवाजाही इस टंकी में नहीं हो रही है, जिम्मेदार अधिकारियों ने इस टंकी को दफन कर दिया है। इसी निर्माण शाखा से टंकियों के निर्माण करने के लिए ठेकेदारों से अनुबंध हुए थे, लेकिन इस टंकी को एक दिन भी इस्तेमाल नहीं किया गया।
विदित रहे कि तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे की मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन योजना महत्वाकांशी योजना के तहत शहर के विभिन्न सरकारी ऑफिसों में इन टंकियों पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जा चुका है। योजना के पहले चरण नगर परिषद और दूसरे चरण में सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से शहर के सरकारी भवनों के अंदर टंकियां बनाने का दौर चला था। जिला मुख्यालय पर सरकारी स्कूलों और सरकारी दफ्तरों के परिसर में बरसाती पानी के सदुपयोग के लिए बनी इन टंकियों की हालत खराब पड़ी है।