जैसलमेर। जिले के भणियाना कस्बे में खरताराम की मूर्ति नहीं लगाने और उसकी जगह महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने की मांग को लेकर भणियाना गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर चेतावनी दी कि अगर महाराणा प्रताप की मूर्ति नहीं लगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। भणियाना कस्बे में कुछ दिन पहले एक चौराहे पर महाराणा प्रताप की तस्वीर लगा रहे थे। जिसको पुलिस ने हटा दिया था क्योंकि वहां मूर्ति या तस्वीर लगाने की कोई परमिशन नहीं थी। क्योंकि उस चौराहे पर भणियाना सरपंच के ससुर स्व खरताराम की मूर्ति लगाने की सरकार की मंशा है। ऐसे में लोगों ने करनी सेना के नेतृत्व में प्रदर्शन भी किया था। शनिवार को भणियाना गांव के लोगों ने जिला मुख्यालय आकर कलेक्टर को खरताराम की जगह महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने की मांग की। ग्रामीण समुन्द्र सिंह ने बताया कि सरपंच के पति अपने पिता कि मूर्ति भणियाना के उस चौराहे पर लगाना चाहते हैं जो 20-25 सालों से महाराणा प्रताप सर्किल के नाम से ग्रामीणों द्वारा पुकारा जाता है। उस चौराहे पर सरपंच पति राजेन्द्र जाखड़ राजनैतिक दबाव और प्रभाव के चलते वहां अपने पिता खरताराम की मूर्ति लगाना चाहते हैं। जो की सरासर गलत है। लोगों की आम भावना के भी खिलाफ है। समुन्द्र सिंह ने बताया कि महाराणा प्रताप एक वीर योद्धा थे। जिनमें छत्तीस कौम की आस्था जुड़ी हुई हैं और सर्किल को महाराणा प्रताप सर्किल का दर्जा दिलाने एवं महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने जाने की प्रक्रिया ग्रामीणों की ओर से की जा रही है। कलेक्टर को ज्ञापन देकर ग्रामीणों ने कहा कि हम ग्रामीणों को कलेक्टर से प्रार्थना है उस सर्किल को महाराणा प्रताप सर्किल का दर्जा दिलाकर उस सर्किल पर महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित करवाने की अनुमति दिलाएं। अन्यथा ग्रामीण बड़ा उग्र आंदोलन करेंगे।