जोधपुर। डांगियावास के खारी गांव में ग्रामीणों व बजरी पट्टाधारकों के बीच हुए विवाद के दूसरे दिन बुधवार को ग्रामीणों ने डांगियावास थाने के बाहर धरना दिया. इसमें आसपास के कई गांवों के लोग भी पहुंचे और बजरी पट्टे की आड़ में अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई की मांग की. सूचना मिलने पर एसीपी मंडोर राजेंद्र दिवाकर भी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान ग्रामीणों ने रायल्टी ठेकेदार के कर्मचारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों से विचार विमर्श किया। इसके बाद ग्रामीण धरना हटाने को तैयार हो गए।ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों से निष्पक्ष जांच कराने, घटना के दिन गांव की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों को थाने से हटाने, मारपीट करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की. इसके साथ ही पट्टे के तहसीलदार को बुलाकर पत्थर बनवाने की मांग की।
बता दें कि मंगलवार की सुबह ग्रामीणों और रायल्टी ठेकेदार के बीच हुए विवाद के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने 3 डंपर, 1 बोलेरो, 1 ऑल्टो, 2 जेसीबी जला दी थी. गांव से निकलने वाली लूणी नदी में काफी समय से चोरी-छिपे अवैध खनन किया जा रहा था. इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार विरोध भी किया था। खनन विभाग से शिकायत करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद ठेकेदार ने बजरी के पट्टे पर काम शुरू किया। ग्रामीणों का आरोप था कि रॉयल्टी नाका के कर्मचारी मनमानी करते हैं। गांव में ही कई समुदायों के श्मशान घाट हैं। लीज की मैपिंग नहीं होने के कारण वहां से भी बजरी का खनन किया जा रहा था।