बूंदी। शहर के लंका गेट रोड स्थित पुरानी धान मंडी के कार्यालय के समीप बनी पानी की टंकी पर 24 वर्षीय युवक ने नए क्लच तार से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. घटना के बाद युवक के परिजनों में कोहराम मच गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति को देखकर यह आत्महत्या नहीं लगती है, हमारे बेटे की हत्या की गई है. आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया और हंगामा करते हुए विरोध करने लगे। तहसीलदार दीपक महावर व सीआई सहदेव मीणा ने समझाया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। परिजनों का कहना था कि दोषियों को सजा मिले और 10 लाख का मुआवजा दिया जाए. करीब 4 घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ। इस मामले में प्रेम प्रसंग की बात भी सामने आ रही है, यह जांच का विषय है.
पड़ोसी राहुल ने तहसीलदार और पुलिस को बताया कि सवा नौ बजे एक लड़की का मैसेज आया। उसने कहा भाई मनीष को बुलाओ, पता नहीं क्या कर रहा है। मैंने उनसे कहा कि मैं तुरंत फोन करता हूं। इसके कुछ ही देर बाद उन्हें एक और मैसेज मिला कि एक शख्स उनका पीछा कर रहा है और उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया है। वह मंडी जाने के लिए कह रहा है, हो सकता है उसने कुछ किया हो, कृपया वहां जल्दी जाकर मदद करें। इसके बाद मैंने मनीष को फोन किया, लेकिन मोबाइल बंद था। पिता रामप्रसाद ने बताया कि मनीष वैष्णव अविवाहित था और बैंक में खाता खुलवाता था। रविवार की शाम साढ़े सात बजे वह खाना खाकर घर से निकला था। रात 10 बजे तक जब वह घर नहीं आया तो तलाश करने निकला। जिस बाइक से वह गया था वह एक होटल के पास मिली है। यहां से 800 मीटर दूर पुरानी धानमंडी पहुंचने पर मनीष पानी की टंकी के नीचे लटका मिला। मनीष का किसी से कोई विवाद नहीं था और न ही पैसे के लेन-देन का कोई मामला था।
शव मिलने के बाद लोग जमा हो गए और शव लेने से मना कर दिया। लोगों ने बताया कि मनीष जब घर से निकला था तो उसके पास किसी का फोन आया था। अब पुलिस यह पता लगाएगी कि कॉल किसकी तरफ से की गई थी। उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए और एसआईटी से जांच होनी चाहिए। शिवम गुर्जर, पार्षद कस्तूरी बाई, महेश जिंदल, देशराज गुर्जर, सीताराम वैष्णव ने बताया कि तहसीलदार ने निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया है. देर रात 11:30 बजे कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि अंबेडकर नगर उंदले के डूंगरी निवासी मनीष पुत्र रामप्रसाद बैरागी ने फांसी लगा ली है. पुलिस मौके पर पहुंची तो मृतक के परिजन व अन्य लोग मौजूद थे। पुलिस ने सबसे पहले एमओबी और एफएसएल टीम से साक्ष्य जुटाए। बाद में युवक के शव को नीचे उतारा गया। मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम कराया। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि मनीष ने फांसी लगाई है। उसके शरीर पर चोट जैसे कोई निशान नहीं पाए गए हैं। डॉक्टरों ने फांसी लगाकर मौत बताई है। एमओबी व एफएसएल की टीम ने साक्ष्य जुटाए, मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। हमने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जांच में अगर कोई दोषी पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली जाएगी, मदद करने की कोशिश की जा रही है। सहदेव मीणा, सीआई