चित्तौड़गढ़ के पाण्डोली में पन्नाधाय पैनोरमा का निर्माण शुरू - राजस्थान धरोहर प्राधिकरण अध्यक्ष के कर कमलों से हुआ भूमि पूजन
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा 2023-24 की क्रियान्विति में चार करोड़ की लागत से चित्तौड़गढ़ जिले के पाण्डोली में बनने वाले पन्नाधाय पेनोरमा का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि विगत 4 मई को मुख्यमंत्री ने इस पेनोरमा का वर्चुअल शिलान्यास किया था, जिसके उपरांत सोमवार को राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत द्वारा मां पन्नाधाय के पेनोरमा का भूमि पूजन संपन्न कर पूजित शीला की नींव रखी।
इस अवसर पर श्री जाड़ावत ने कहा कि लंबे समय से पन्नाधाय पैनोरमा बनाने की मांग थी, जो आखिरकार अब पूरी होने जा रही है। इससे त्याग एवं बलिदान की प्रतिमूर्ति मां पन्नाधाय के जीवन मूल्यों और उनके धर्मनिष्ठा योगदान को बड़े स्तर पर पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि जनमानस में मां पन्नाधाय के प्रति अगाध श्रद्धा है। पैनोरमा बनने से उनकी ख्याति देश-दुनिया में पहुंचेगी और हमारी सांस्कृतिक, विरासत और धरोहर को नई पहचान मिलेगी। उन्होंने बताया कि मुख्य पैनोरमा भवन के साथ-साथ एक सभागार, हॉल, पुस्तकालय, प्रवेश द्वार, छतरी, स्कल्पचर्स, ऑडियो-वीडियो सिस्टम, शिलालेख तथा विभिन्न आर्ट वर्क सहित अनेक कार्य करवाए जाएंगे।
राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री टीकम चन्द बोहरा ने कहा कि पैनोरमा के माध्यम से दर्शकों को पन्नाधाय के संपूर्ण गौरवशाली इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि पनोरमा में महा बलिदानी पन्नाधाय के जन्म से लेकर अपने पुत्र चंदन के बलिदान की गाथा को टू डी व थ्री डी फाइबर मार्बल गनमेटल मूर्तियों तथा प्रिंट आदि से दर्शाया जायेगा। उन्होंने बताया कि पैनोरमा परिसर में महा बलिदानी पन्नाधाय की गनमेटल की विशाल प्रतिमा भी लगाई जाएगी।
प्राधिकरण के अधिशासी अभियन्ता श्री सुरेश स्वामी ने बताया कि पनोरमा का कार्य आठ माह में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पैनोरमा निर्माण हेतु पाण्डोली में सात बीघा भूमि जिला कलक्टर एवं अध्यक्ष यूआईटी द्वारा धरोहर प्राधिकरण को आवंटित की गई है।
कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महिला-पुरूष उपस्थित रहे।