विधानसभा में गुरूवार को केरल के पूर्व मुख्य मंत्री श्री ओम्मन चाण्डी के निधन पर सभी सदस्यों ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने तथा उनके शोक संतप्त परिजनों को इस बिछोह को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी जोशी ने सदन में केरल के पूर्व मुख्य मंत्री स्वर्गीय श्री ओम्मन चाण्डी का शोक प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि श्री चाण्डी का जन्म 31 अक्टूबर, 1943 को केरल के कुमारकोम में हुआ। उन्होंने बी.ए. एवं एलएल.बी. की उपाधियां प्राप्त कीं।
डॉ. जोशी ने कहा कि दीर्घ संसदीय अनुभव रखने वाले स्वर्गीय श्री ओम्मन चाण्डी 12 बार केरल विधान सभा के विधायक निर्वाचित हुए। विधानसभा कार्यकल के दौरान वे केरल विधान सभा की अनेक समितियों के सदस्य भी रहे तथा 1996- 98 के दौरान उन्होंने लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में भी अपने दायित्वों का निर्वहन किया। संसदीय परम्पराओं के पोषक रहे स्वर्गीय श्री चाण्डी चार बार केरल विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता रहे। स्वर्गीय श्री चाण्डी केरल सरकार में वित्त, गृह और श्रम जैसे महत्त्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रहे। कुशल प्रशासक रहे स्वर्गीय श्री चाण्डी वर्ष 2004 से 2006 तथा 2011 से 2016 तक केरल के मुख्य मंत्री के पद पर आसीन रहे। वे अपने कार्यकाल के दौरान केरल राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे।
समाज कल्याण एवं गरीबों के उत्थान के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे स्वर्गीय श्री चाण्डी को केरल राज्य के विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान को मान्यता प्रदान करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2013 में एशिया फेसिफिक क्षेत्र में पुरस्कार से सम्मानित किया। सामाजिक कार्य में रूचि रखने वाले स्वर्गीय श्री चाण्डी अनेक सामाजिक संगठनों से सम्बद्ध रहे । श्री ओम्मन चाण्डी का दिनांक 18 जुलाई, 2023 को निधन हो गया।
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