अजमेर। किशनगढ़ शहर के सुमेर सिटी कांप्लेक्स के सामने वर्ष 1988 में फर्जी दस्तावेजों के सहारे किराए पर दी गई दुकान हड़पने के आरोपी 34 वर्षीय किराएदार को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में केस दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई तो एंडोर्समेंट पर फर्जी हैंडराइटिंग का राज खुल गया. इस पर पुलिस ने रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
एसएचओ नेमीचंद चौधरी ने बताया कि नगर निवासी भारत भूषण पुरोहित ने वर्ष 2017 में किराएदार की ओर से अपने मृतक भाई की दुकान (वर्तमान में छोटूजी कचौरी के नाम से मशहूर) पर कब्जा करने का मामला दर्ज कराया था. . रिपोर्ट में बताया गया कि उसके मृतक भाई ने किराएदार रामेश्वर लाल अजमेरा को वर्ष 1988 में सुमेर शहर के सामने एक दुकान (वर्तमान में छोटूजी कचौरी के नाम से जाना जाता है) को स्टांप पर लिखकर किराये पर दे दिया था.
रविवार को गिरफ्तार किया इस पर किराएदार अभियुक्त रामेश्वर लाल ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर कीमती दुकान का बेचान अपने नाम कर लिया. रिपोर्ट की पड़ताल के बाद हस्ताक्षर पर लिखी लिखावट का एफएसएल परीक्षण किया गया। रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि एंडोर्समेंट पर लिखावट असली मालिक की नहीं है। इस पर मामले के वांछित आरोपी मित्र निवास कॉलोनी निवासी रामेश्वर लाल अजमेरा पुत्र छोटूलाल अजमेरा माली को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया.