सियाकरा में श्री देव डूंगरपुरी महाराज की प्राचीन धुणी पर वार्षिक मेला हुआ आयोजित
सिरोही। श्री देव डूंगरपुरी महाराज की प्राचीन धूनी पर सिरोही के सियाकारा में वार्षिक मेले का आयोजन किया गया। मेले में विधायक संयम लोढ़ा भी शामिल हुए। इस मौके पर विधायक ने देवासी समाज के लोगों की जमकर तारीफ की। वार्षिक मेला कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि धार्मिक आस्था के मामले में देवासी समाज बहुत आगे है. सनातन धर्म में ही नहीं बल्कि जैन धर्म में भी देवसी समाज में जन्म लेने वाले ऐसे संत और आचार्य हुए जिनकी पूरे भारतवर्ष में बड़ी ख्याति है। ऐसे संत की समाधि पर दूर-दूर से लोग आते हैं। देवासी समुदाय ने भी सिरोही के हित में मुगलों के विरुद्ध संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि देवासी समाज के ऐसे संतों ने माउंट आबू के अचलगढ़ व अन्य आसपास के क्षेत्रों में तपस्या की है, जहां एक नई ऊर्जा का संचार होता है. तुलसीदासजी ने रामचरित्र मानस की रचना मुगलों के शासनकाल में की थी। हमारे पूर्वजों और संतों ने यही संदेश दिया है कि सरकार चाहे कोई भी आए धर्म का परचम हमेशा लहराएगा। इस दौरान उन्होंने समाज बंधुओं को संकल्प दिलाया कि बेटियों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा से जोड़ने की जरूरत है। बेटियां शिक्षा ग्रहण करने के बाद अपने पैरों पर खड़ी होती हैं और अपने रास्ते में आने वाली मुश्किलों का सामना करती हैं। उन्होंने कहा कि समाज के कई भामाशाह समाज के विकास के लिए प्रगतिशील हैं, हमें खुशी है कि समाज एकजुट होकर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा, बेटे-बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाएगा। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार द्वारा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए रोजाना नए प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम से पूर्व देवासी समाज के लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ विधायक लोढ़ा का स्वागत किया.