राजसमंद। आमेट में आज शीतला माता का पूजन किया गया। शीतला माता मंदिर शीतला माता का शहर का सबसे पुराना मंदिर है। यहां आज बड़ी संख्या में महिलाओं ने शीतला माता की पूजा अर्चना की। यहां अनुमंडल के साथ ही आसपास के मोहल्लों व ग्रामीण क्षेत्रों में भी शीतला माता की पूजा अर्चना की गई. आज शीतला माता मंदिर, माही राम मंदिर, बस स्टैंड सहित आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं ने शीतला माता मंदिर में बासयोदा बनाकर माता को ठंडे पकवानों का भोग लगाया. मंदिरों में नए वस्त्र पहनकर महिलाएं सोलह श्रृंगार कर मां की पूजा करने पहुंचीं। शुभ मुहूर्त में दोपहर 2 बजे से शीतला माता के पूजन के लिए महिलाएं पहुंचने लगीं और परिवार को स्वस्थ रखने की कामना की। इस दौरान महिलाओं ने माता को ठंडे पकवानों का भोग लगाया। मंदिरों में सुबह से ही महिलाओं की भीड़ लगी रही। बता दें कि वैशाख, जेठ और आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतला अष्टमी की पूजा करने का प्रावधान है। इन चार महीनों में चार दिन उपवास करने से सर्दी से होने वाले रोगों से मुक्ति मिलती है। इस पूजा में ठंडा जल और ठंडा भोजन चढ़ाने का विधान है। भक्त शीतला अष्टमी का व्रत रखते हैं और मां की भक्ति करते हैं और मां से अपने परिवार की रक्षा की प्रार्थना करते हैं। साथ ही इसका उद्देश्य शारीरिक और मानसिक रोगों को दूर करना भी है। कहा जाता है कि गर्मी के दिनों में शरीर में कई तरह के पित्त विकार भी होने लगते हैं, माना जाता है कि शीतला अष्टमी का व्रत रखने से छोटी माता का प्रकोप नहीं होता है।