जनजाति क्षेत्र के विद्यार्थियों को अब नजदीक ही आवासीय विद्यालयों में पढ़ने के अवसर मिल सकेंगे। राज्य सरकार ने जनजाति क्षेत्रों के शैक्षिक उत्थान के लिए 7 आवासीय विद्यालय खोलने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इन आवासीय विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए 35 करोड़ रुपए की वित्तीय मंजूरी दी है। इस वर्ष प्रथम चरण में प्रति विद्यालय 5 करोड़ रुपए व्यय होंगे। आगामी वर्ष में द्वितीय चरण के तहत इनके निर्माण कार्य पर 71 करोड़ रुपए व्यय होंगे। इन स्थानों पर खुलेंगे आवासीय विद्यालय यह आवासीय विद्यालय पाली के सुमेरपुर, सवाई माधोपुर, भेड़ोली-बौली (सवाई माधोपुर), अजमेर के केकड़ी स्थित गिरवरा, जालोर, डूंगरपुर के चिखली, टोंक के देवली स्थित श्रीपुरा में खोले जाएंगे। इन सभी आवासीय विद्यालयों में विद्यार्थी क्षमता 210 होगी।