टोंक। टोंक सरसों के गिरते बाजार भाव के बीच केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। अब सरसों भी समर्थन मूल्य पर 25 क्विंटल की जगह 40 क्विंटल पर खरीदी जाएगी। इससे किसानों को काफी फायदा मिलेगा। केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को इसका आदेश जारी किया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान स्टेट को-ऑपरेटिव बायिंग एंड सेलिंग यूनियन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक उर्मिला राजोरिया ने शुक्रवार देर शाम राजफेड के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है.
सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट, युवा किसान महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी ने इसे किसानों की जीत बताया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दिया था. गांवों में सरकारी कांटे का बहिष्कार भी किया था। उसके बाद सरकार ने यह मांग मान ली है। इससे टोंक सहित प्रदेश के लाखों किसान अब समर्थन मूल्य 40 क्विंटल तक सरसों की तुलाई कर सकेंगे। इससे उन्हें अच्छे दाम मिलेंगे। बाजार भाव से करीब 600 रुपये प्रति क्विंटल अधिक मिलेगा। केंद्र सरकार के आदेश के बाद राजस्थान राज्य सहकारी क्रय-विक्रय संघ लिमिटेड, जयपुर ने भी किसान से 40 क्विंटल खरीदी करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
केंद्र सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए सरसों से पहले 28 अप्रैल को समर्थन मूल्य पर चने की खरीद 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल कर दी थी. उसके बाद समर्थन मूल्य पर चना बेचने में किसानों की संख्या बढ़ गई थी। अब सरसों की खरीद का दायरा बढ़ाकर किसान सरकारी काउंटर पर ज्यादा सरसों बेचेंगे। ऑपरेटिव इंस्पेक्टर टोंक विनोद पहाड़िया ने बताया कि सरकार ने समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद की सीमा बढ़ा दी है. अब सरकार प्रति किसान 25 क्विंटल की जगह 40 क्विंटल सरसों खरीदेगी. इसके आदेश शुक्रवार शाम को मिले हैं। इसके तहत सरकारी शाखाओं से प्रति किसान अधिकतम 40 क्विंटल सरसों खरीदी जाएगी।