गोठड़ा स्कूल के 5 में से 3 कमरे जर्जर, शौचालय तक नहीं, शिक्षक तीन, बच्चे परेशान
प्रतापगढ़। शिक्षा विभाग के अनुसार पीपलखूंट में 175 स्कूलों में 15344 बच्चे पढ़ रहे हैं। इनमें से 7830 लड़के और 7514 लड़कियां हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूक अभिभावक धीरे-धीरे अपने बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए सरकारी स्कूलों में उनका नामांकन करा रहे हैं। लेकिन इन स्कूलों में फैली अव्यवस्था से अभिभावक चिंतित हैं. पिछले 5 वर्षों में उपखण्ड क्षेत्र में मौजूद स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पीपलखूंट उपखंड में 1023 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 688 शिक्षक ही कार्यरत हैं। कस्बे में अभी भी करीब 335 शिक्षकों के पद रिक्त हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। पिछले साल भी बड़ी संख्या में छात्रों ने इलाके में तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने कुछ स्कूलों से शिक्षकों को इधर-उधर कर दिया था।
गोठड़ा गांव के स्कूल में शौचालय का अभाव भी सामने आया है. इस पर बच्चे स्कूल के पीछे खुले में शौच करने को मजबूर हैं। लंबे समय से विद्यालय में फैली अव्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधी और सरकार के नुमाइंदों को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया, लेकिन आज तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इससे इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को असुविधा का सामना करना पड़ता है. स्कूल के आसपास बरसात के मौसम में झाड़ियां व अन्य घास-फूस उग आने से यहां गंदगी भी देखने को मिल रही है। झाड़ियों और घास में जहरीले जानवरों की मौजूदगी की आशंका से ग्रामीणों ने कई बार स्कूल को इसकी जानकारी दी. मामला आपके माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है। मैं पीपलखूंट एडीपीसी व जेईएन को भेजकर पैमाइश करवाता हूं। इसके बाद सूची तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। ऐसे स्कूलों की जल्द से जल्द मरम्मत करायी जायेगी ताकि बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।