बीकानेर। बीकानेर सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के लिए AK 47 उपलब्ध करवाने वाले तीन बदमाशों को बीकानेर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने करीब आठ महीने की मशक्कत के बाद तीनों को नासिक से गिरफ्तार किया है। बीकानेर की साइबर टीम की मदद से इन्हें एक मकान से पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि एके 47 का हत्या में इस्तेमाल नहीं किया गया था। जांच में सामने आया था कि राजू ठेहट मर्डर में आरोपियों के पास AK-47 जैसी आधुनिक हथियार भी था। प्लानिंग चेंज हुई तो शूटर्स को छोटे हथियार दे दिए गए। बीकानेर एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया- लॉरेंस गैंग के सक्रिय सदस्य रोहित गोदारा के कहने पर कमल डेलू (23), श्रवण सींवर (27) और विजयपाल (25) ने राजू ठेहट मर्डर के लिए एके-47 की सप्लाई की थी। ये बात पुलिस पूछताछ में इन लोगों ने स्वीकार कर ली है।
देशभर में काट रहे थे फरारी राजू ठेहट हत्याकांड के बाद जब पुलिस को इनके शामिल होने का पता चला तो ये फरार हो गए। इस दौरान कमल डेलू, श्रवण सीवर व विजयपाल नाम और हुलिया बदलकर देशभर के अलग-अलग इलाकों में भागते फिरे। यहां तक कि नेपाल में भी काफी लंबे समय तक रहे। कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, गोवा, पंजाब, पुणे, मुम्बई, नासिक, फलौदी, जोधपुर, बज्जू (बीकानेर), रणजीतपुरा (बीकानेर) में हुलिया बदलकर रह रहे थे। काफी दिनों से नासिक में किराए के फ्लैट में फरारी काट रहे थे। कोई पहचान नहीं सके, इसलिए अपने बाल भी कटवा लिए थे।
ऐसे पकड़े गए तीनों तीनों फ्लैट से बाहर ही नहीं निकलते थे। बीकानेर पुलिस ने वहां पहुंचकर चार दिन तक इनके फ्लैट पर नजर रखी। धीरे-धीरे यह जानकारी जुटाई गई कि यहां कौन रहता है। पुख्ता सूचना होने पर नासिक पुलिस को रिपोर्ट दी गई। इसके बाद मंगलवार को नासिक पुलिस के साथ दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद बुधवार को बीकानेर लाया गया।
3 दिसंबर 2022 को राजू ठेहट की सीकर में घर के बाहर गोली मारकर हत्या की गई थी। ऐप से बात करते थे बदमाश एक ऐप के माध्यम से ये लोग अपनी लोकेशन के बारे में मित्रों को सूचना देते थे। बीकानेर की साइबर पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली। इसके आधार पर बदमाशों का पता लगा लिया। ये पता चला कि नासिक में तीनों छिपे हुए हैं। इसके बाद नयाशहर थानाधिकारी वेदपाल, बीछवाल थानाधिकारी महेंद्र दत्त, कोतवाली थानाधिकारी संजय सिंह, कॉन्स्टेबल दीपक यादव, दीपक सिंह व श्रीराम की टीम को नासिक भेजी गई। पुलिस ने कमल डेलू पर दो अलग-अलग इनाम घोषित किए हुए है। बीकानेर पुलिस ने एक लाख और 25 हजार का इनाम रखा है। श्रवण सींवर पर भी एक लाख का इनाम है। इसके अलावा जोधपुर पुलिस ने भी कमल डेलू पर 15 हजार रुपए का इनाम रखा है। विजयपाल पर बीकानेर रेंज के आईजी ने 40 हजार रुपए का इनाम रखा है।