झालावाड़। सुनेल थाना क्षेत्र के हडमतिया हिंदूसिंह गांव में 25 वर्षीय युवक दुर्गेश मेघवाल के ब्लाईंड मर्डर का पुलिस ने 10 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है। युवक की हत्या के आरोप में मुख्य आरोपी अर्जुन लुहार पुत्र तूफान (22) समेत बलवंत सिंह पुत्र उम्मेद सिंह (21), दुर्गेश सिंह पुत्र चौन सिंह (25) निवासी हनोतिया रायमल एवं प्रेम सिंह पुत्र पर्वत सिंह (25) निवासी हनोतिया हिंदूसिंह थाना सुनेल को गिरफ्तार किया गया।
एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि शनिवार को मृतक युवक दुर्गेश मेघवाल के पिता रामप्रसाद ने घटना के संबंध में घटनास्थल पर एक तहरीर रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया कि उसका बेटा दुर्गेश गांव के ही पूर सिंह के यहां हाली का काम करता है। शुक्रवार रात 8 बजे थ्रेशर मशीन वालों को खाना देने के लिए घर से निकला था, रात भर घर नहीं आया। अगले दिन गांव के मंदिर के पुजारी ने स्कूल के पास लाश पड़ी होने की सूचना दी।
सूचना पर सभी घरवाले स्कूल के पास पहुंचे। वहां उसके बेटे की लाश पड़ी हुई थी। जिसके सिर और बाएं आंख के पास चोट लगी हुई थी, पूरा चेहरा लहूलुहान था। घटना की सूचना मिलते ही एसपी ऋचा तोमर, एएसपी चिरंजीलाल मीणा, सीओ सुनील कुमार और एसएचओ रमेश चंद्र मीणा तुरन्त घटनास्थल पर पहुंचे। घटना स्थल का निरीक्षण कर मौके पर मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट व डॉग स्क्वायड टीम को बुला साक्ष्य इकट्ठे किये गए। एसपी तोमर द्वारा घटना के खुलासे के लिए निर्देश देते हुए मौके पर ही एएसपी चिरंजीलाल मीणा, सीओ सुनील कुमार और एसएचओ रमेश चंद्र मीणा की अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा 10 घंटे के अंदर तकनीकी सहायता एवं संकलित आसूचना से घटना का खुलासा कर इन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी अर्जुन लुहार का मृतक दुर्गेश मेघवाल की पत्नी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। राह में रोड़ा बने हुए दुर्गेश को रास्ते से हटाने के लिए अर्जुन ने अपने दोस्तों बलवंत सिंह, दुर्गेश सिंह और प्रेम सिंह को साथ मिला स्कूल के पुराने भवन में दुर्गेश मेघवाल को साथ ले जाकर शराब पिलाई। शराब के नशे में चारों ने मिलकर ईंट व पत्थरों से वार कर निर्मम हत्या कर दी। सुनेल एसएचओ रमेश चंद मीणा, एएसआई हरि सिंह, हेड कांस्टेबल जयदीप सिंह, प्रकाश चंद, सत्यनारायण मालव, कॉन्स्टेबल पवन कुमार, तेजेंद्र सिंह, रामेश्वर, प्रमोद, मुकेश कुमार, पिंटू सिंह, देवेंद्र कुमार, धर्मचंद, जगदीश, हरिराम, अमित, मनोज कुमार और मेहरबान।