फायरिंग मामले में गैंग के 2 गुर्गे पुलिस के हत्थे चढ़े

Update: 2023-05-25 07:28 GMT
सीकर। सीकर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग के 2 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी फायरिंग करने सीकर आए थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस ने इनके पास से सात कारतूस और दो देशी तमंचा बरामद किया है. आज सीकर एसपी करण शर्मा ने पूरे मामले का खुलासा किया है। एसपी करण शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी मलासी निवासी गोपालदान चरण (22) और लिखमाराम मेघवाल (25) हैं. जिन्होंने पूर्व में सुजानगढ़ में सर्राफा व्यापारी व पुलिस गार्ड पर हमला किया था. तभी से दोनों फरार चल रहे थे। आज दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया गया है।
एसपी ने बताया कि आरोपी गोपालदान और लिखमाराम दोनों रोहित गोदारा गैंग के गुर्गे हैं. दोनों गैंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चरण के सीधे संपर्क में थे। दोनों सिग्नल एप के जरिए ही रोहित और वीरेंद्र से बात करते थे। जिसके कहने पर दोनों आरोपी सीकर आ गए थे। हालांकि, उन्हें यह नहीं बताया गया कि सीकर में उन्हें किस पर गोली चलानी है। दोनों यहां निशाना साधने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही दोनों को पकड़ लिया गया। पुलिस के मुताबिक सुजानगढ़ में पुलिस गार्ड और सर्राफा कारोबारी पर फायरिंग के बाद आरोपी लगातार फरार हो रहे थे. जिन्होंने आगरा, दिल्ली और हरियाणा में अपनी फरारी काटी। फरारी के दौरान आरोपी ज्यादातर बस में सफर करता था। दोनों की लोकेशन ट्रेस करने से बचने के लिए सिग्नल एप के जरिए ही बातचीत करते थे।
पुलिस मुख्यालय की ओर से दोनों आरोपितों पर 50-50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। जिसकी तलाश में जयपुर व सीकर की पुलिस लगातार पीछा कर रही थी। पिछले 15 दिनों में टीम ने 4 हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर भी तय किया है। बीती रात पुलिस को सूचना मिली कि दोनों आरोपी सीकर के नेहरू पार्क के पास सुनसान जगह पर हैं. यहां कोई किससे मिलने वाला है। पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी वहां से भागने लगे। आरोपी गोपालदान अस्थमा का मरीज है। ऐसे में करीब 200 मीटर दौड़ने के बाद वह नीचे गिर गए। जिसे पुलिस ने मौके पर ही सांस के लिए इनहेलर पंप दिया। भागते समय आरोपी लिखमाराम पत्थरों पर गिर गया। जिससे उसका एक पैर जख्मी हो गया। आरोपी गोपालदास पंप हमेशा अपने पास रखता था। आरोपी गोपालदान के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। आरोपी की गिरफ्तारी में सीकर डीएसटी टीम के विकास व जयपुर साइबर सेल के देशराज की अहम भूमिका रही।
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