चंडीगढ़। कनाडा के खतरनाक गैंगस्टर अर्श डल्ला ने पंजाब पुलिस को धमकी दी है। दरअसल, दिल्ली और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान गैंगस्टर डल्ला के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया गया है जिसके बाद उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि उन्हें जबरन आतंकी बनाया जा रहा है। उसने आज तक कोई विस्फोट नहीं किया है। अगर उसे मजबूर किया गया तो वह उसी अंदाज में जवाब देगा। डल्ला की पोस्ट सामने आने के बाद पुलिस की साइबर सेल ने इसकी जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था।इनमें दीपक और सनी के तार अरश दल्ला के साथ जुड़े हैं। डी.जी.पी. गौरव यादव ने इसको पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. का समर्थन वाला टेरर मॉड्यूल बताया था, जो स्वतंत्रता दिवस पर धमाका करने की तैयारी कर रहा था। इनके पास से पिस्टल और कारतूस के अलावा तीन हैंड ग्रेनेड और आई.डी.डी. बरामद हुआ था।
गैंगस्टर अर्श डल्ला ने क्या लिखा?
गैंगस्टर अर्श डल्ला ने लिखा, ''मेरे भाई दीपक मोगा और सनी इसापुरा और मेरे अन्य दो भाइयों को दिल्ली से पुलिस ने गिरफ्तार किया, उनके पास दो 9 एम.एम. पिस्तौल और लगभग 100 कारतूस थे लेकिन कोई बम या ग्रेनेड नहीं था। पुलिस अपने नंबर और तारों के लिए एक बार भी नहीं सोचती कि बेकसूर पर पर्चा करने लगी है। जिन्होंने यह पर्चा पाया, यदि वह सच्चे हैं तो सारी टीम अपने बच्चों को लेकर पत्रकारों सामने गुरु के घर जाकर शपथ उठाए। यह बिना किसी वजह मुझे और मेरे वीरों को आतंकवादी बना रहे हैं। मैंने आज तक कोई विस्फोट नहीं किया है। मेरे साथ तीसरी बार ऐसा हुआ, पहले फाजिल्का, फिर गुरदासपुर की तरफ, अब मोहाली, इन तीनों जगहों पर बमबारी हुई, मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं था। अगर यह नहीं रुक सकते तो सीधा कोई अधिकारी मुझे कॉल करें और मुझे कहे कि वह अवैध गतिविधियां करना बंद नहीं करेंगे। तो फिर मैं भी उसी अंदाज में जवाब दूंगा क्योंकि यह मजबूर कर रहे हैं बिना किसी बात के पर्चे पा-पा कर।
सिद्धू मूसेवाला का भी किया जिक्र
गैंगस्टर अर्श डल्ला ने लिखा कि उन्होंने सिर्फ दो लोगों को इसलिए रखा है क्योंकि वे उनके सरकारी नौकर लगते हैं। ये लोग जवानों को खुद ही काम करवा कर खुद ही पकड़ा देते हैं और मार देते हैं। उनकी अंतरात्मा जागती है तो उन्हें मरना मंजूर है उनसे यह काम नहीं होना कि आदमी देते रहें।। जब इनके मरे थे तब तो इन्होंने उनके भाइयों को प्रताड़ित किया था, कोलकाता जाकर झूठा मुकाबला करवाया। जितने बेकसूर आदमी जिनका कोई कसूर नहीं था, सिद्धू की हत्या करवाई। उन्हें ये मीडिया में मंत्रियों की तरह मशहूर कर रहे हैं। जब इनका मन करता है तो तब यह परिंदे को पर भी नहीं मारने देते।