लुधियाना। बाजार में नकली दवाइयां और इंसुलिन की बिक्री से मरीजों की जान पर आ पड़ी है। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब भुक्तभोगी राधे थापर ने जनकपुरी में स्थित एक कैमिस्ट से प्रसिद्ध कंपनी की इंसुलिन लेकर लगानी शुरू की। उन्होंने बताया कि इंसुलिन के इस्तेमाल के बावजूद उनकी शुगर दिन-प्रतिदिन बढ़ती चली गई। लाख परहेज के बावजूद भी वह अनकंट्रोल आने लगी, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि जिस तरह से उनकी शुगर कंट्रोल में नहीं आ रही, उससे उनके हार्ट, किडनी और ब्रेन को भी खतरा हो सकता है। इसी बीच उन्होंने फ्रोजन शोल्डर के लिए शहर के एक प्रसिद्ध फिजियोथैरेपिस्ट की सेवाएं लेनी शुरू कर दी परंतु नतीजा कुछ ना निकला। हार कर उन्होंने किसी दूसरी दुकान से इंसुलिन लेकर इस्तेमाल करने का फैसला किया और उस समय में हैरान रह गए जब पहले ही इंजेक्शन से उनकी शुगर पहले से कम हो गई। इस पर जब उन्होंने जनकपुरी मे स्थित कैमिस्ट से बात की और इंसुलिन केवल के बिल देने को कहा तो उसने कहा कि वह दो नंबर में बिना बिल के इंसुलिन मंगवाता है और उनसे माफी मांगने लगा और कोई कार्यवाही न करने के लिए मन्नतें करने लगा। मरीज ने कहा कि शुगर की नकली दवाइयां बेचना मरीजों की जान से खिलवाड़ करना है। उन्होंने सिविल सर्जन को शिकायत देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जिस पर सहायक सिविल सर्जन डॉक्टर कटारिया ने उन्हें कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।