तूल पकड़ रहा 36 लाख की चोरी का मामला, जालंधर पुलिस को लेकर खड़े हो रहे सवाल
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जालंधर। जालंधर पुलिस के एस.एच.ओ. को 36 लाख गबन करने के मामले में लाइन हाजिर तक करवा दिया गया लेकिन फिर भी पीड़ित को 1 रुपया भी वापिस नहीं मिला। जालंधर पुलिस ने चोर को पकड़ सारे पैसे भी रिकवर कर लिए लेकिन पीड़ित को कुछ नहीं मिला। यह मामला अब धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल, कुछ दिनों पहले एक स्कूल से 36 लाख रुपए कैश चोरी हो गया था। वह चोरी एक बिजली मकैनिक ने की थी। चोरी हुई सारी रकम ब्लैक थी जिसका पता एस.एच.ओ. को जांच में लग गया। इसी बात का फायदा लेने के लिए एस.एच.ओ. ने चोर को ट्रेस करने के लिए दिन-रात एक कर दिया और चोर पकड़ा भी गया। पूछताछ में पता लगा कि उसने करीब 4 लाख रुपए के गहने और अन्य सामान खरीद लिया जबकि बाकी का कैश उसके पास है। एस.एच.ओ. को यह भी पता था कि 36 लाख में से सिर्फ 8 लाख वाइट मनी है।
थाना प्रभारी ने वह 8 लाख बरामद कर लिया जबकि जिस 4 लाख का सामान खरीदा था वह भी रिकवर करके बरामदगी में दिखा दिया गया। एस.एच.ओ. ने एक चौकी इंचार्ज के साथ मिल कर बाकी के 24 लाख डकार लिए लेकिन यह बात ज्यादा समय तक पुलिस अधिकारियों से नहीं छिप सकी। जैसे ही अधिकारियों को एस.एच.ओ. की इस करतूत बारे पता लगा तो एस.एच.ओ. को लाइन हाजिर कर दिया गया। यह मामला जानने के लिए उच्च अधिकारियों ने उस चोर को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की तो उसने कबूल लिया कि वह चोरी के 32 लाख रुपए एस.एच.ओ. को दे चुका है जबकि चोरी के 4 लाख का जो सामान खरीदा था वह भी पुलिस के पास ही है। इतना सब जानने के बाद भी जालंधर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया और पीड़ित को रिकवरी का एक रुपया भी नहीं मिला। अब देखना यह होगा कि इस मामले को दबा दिया जाता है या कानून को सबसे ऊपर रखा जाता है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर यह मामला खुल कर सामने आया तो जालंधर पुलिस के कई अधिकारियों की पोल खुल जाएगी।