चंडीगढ़। ए.जी.पी.सी. को लेकर सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर सुखबीर बादल का प्रेस कान्फ्रेंस दौरान अहम बयान सामने आया है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि उनकी कौम में ही कुछ गदार पैदा हो गए हैं और सिख पंथ को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ए.जी.पी.सी. अंग्रेजों के समय से बनी हुई थी। एस.जी.पी.सी. की कमेटी को तोड़ना सिख कम्युनिटी पर एक बहुत बड़ा हमला है। शिरोमणि अकाली दल कमेटी का चुनाव केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा कमीशन बनाया गया। क्या पार्लियामैंट की कोई अहमियत नहीं। सुप्रीमकोर्ट द्वारा हरियाणा सिख गुरुद्वारा के प्रबंधन कमेटी के हक में फैसला सुनाने पर सुखबीर बादल ने दादूवाला पर तीखे हमला किया है।
उन्होंने कहा कि दादूवाला एजेंसियं का आदमी है। वह बी.जे.पी. के एजेंट है। कान्फ्रेंस दौरान सुखबीर बादल ने कहा कि पहले उनसे पानी छीन लिया, फिर उनके अदारे छीन अब पंजाबी की राजधानी छीन ली है जिसके चलते सिख कौम में भारी रोष पाया जा रहा है। गौरतलब है कि एसजी.पी.सी. ने कोर्ट में याचिका लगाई गई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को हरियाणा सिख गुरुद्वारा (प्रबंधन) अधिनियम, 2014 की वैधता को बरकरार रखते हुए एक्ट की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है। गुरुद्वारों के प्रबंधन को हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी को सौंप दिया गया है। बता दें कि एस.जी.पी.सी. कमेटी अंग्रेजों के समय से बनी हुई थी। 48 गुरुद्वारों का प्रबंध एस.जी.पी.सी. के पास था। पहले हरियाणा में गुरुद्वारों में जितना पैसा जमा होता था वह एस.जी.पी.सी. के पास आता था परंतु अब हरियाणा गुरुद्वारों का पैसा हरियाणा में ही रहेगा, शिरोमणि गुरुद्वारा कमेटी को नहीं मिलेगा।