भाजपा ने 4 सीनियर कांग्रेसियों के लिए नहीं खोले दरवाजे, 2 पूर्व मंत्रियों को ऐन मौके पर किया इंकार
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चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य चाहे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में खुद को मजबूत करने का हो मगर वह अन्य दलों से आने वाले नेताओं को लेकर काफी गंभीर है। पार्टी नेतृत्व भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हर विपक्षी नेता की पूरी पड़ताल करवाने के बाद उनकी सही व पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने पर ही उन्हें शामिल कर रहा है। भाजपा भ्रष्ट नेताओं से दूरी ही रखना चाहती है। हरेक के लिए भाजपा के दरवाजे खुले नहीं हैं, इसका साफ संकेत 4 सीनियर कांग्रेस नेताओं को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हाल ही में दे दिया, जब उन्हें शामिल करने में पार्टी ने असमर्थता जताई। दरअसल माझा से 1 और मालवा से 3 कांग्रेस नेता भी कै. अमरेंद्र सिंह के साथ भाजपा में शामिल होना चाहते थे लेकिन इनकी जो रिपोर्ट भाजपा को मिली, वह सही नहीं थी। इनमें 3 पूर्व मंत्री और 1 मंत्री स्तर का नेता रहा है।
इनमें भी 2 को तो 4 दिन पहले ही बता दिया गया था कि भाजपा के सांचे में वह फिट नहीं बैठ रहे। बाकी 2 पूर्व मंत्रियों को ऐन मौके पर भाजपा ने इंकार किया था। इनमें भी 2 नेता कल दिल्ली पहुंच भी गए थे और इनमें से एक कैप्टन की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात तक उनके साथ ही था। खास बात यह है भाजपा नेतृत्व को इन कांग्रेस नेताओं की कारगुजारियों की रिपोर्ट भी उन नेताओं ने ही दी, जो कुछ अर्सा पहले कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा के 3 वरिष्ठ नेताओं ने इसकी पुष्टि भी की है। एक भाजपा नेता ने इस बात की पुष्टि की कि अमरेंद्र सरकार में मालवा से मंत्री रह चुके 2 नेताओं के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की रिपोर्ट मिलने के बाद भाजपा ने इन्हें शामिल करने से कन्नी काट ली। हालांकि इनमें से एक ने तो अंतिम समय तक कोशिश की मगर शीर्ष भाजपा नेतृत्व ने साफ मना कर दिया। सूत्रों की मानें तो इन नेताओं को लेकर हुई कशमकश के कारण ही कैप्टन अमरेंद्र सिंह के भाजपा में शामिल होने का कार्यक्रम भी पूरे एक घंटा देरी से 4.30 की बजाय 5.30 बजे हुआ।