लोगों की सहायता में तत्पर रहने वाली एंबुलेंस 108 वाले परेशान, जानें क्या है वजह

Update: 2023-05-28 18:17 GMT
लुधियाना। पंजाब में कार्यरत एंबुलेंस 108 आपात स्थिति में लोगों की सहायता करने के लिए तैनात की गई है परंतु रोज सैकड़ों अनवांटेड कॉल से एंबुलेंस 108 के कर्मचारी और अधिकारी बेहद परेशान है एंबुलेंस 108 का संचालन करने वाली कंपनी चिकित्सा हेल्थकेयर लिमिटेड ने जनवरी से अप्रैल 2023 तक 4 महीनों में 29316 अनवांटेड कॉल्स प्राप्त किए कंपनी के प्रोजेक्ट हेड मनीष बत्रा के अनुसार जनवरी में 6795, फरवरी में 6748, मार्च में 7892 और अप्रैल में 7881 ऐसी कॉल्स प्राप्त हुई हैं जिस एंबुलेंस 108 के कामकाज में भी भारी असर पड़ा है
उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर 108, जिसे आपात स्थिति के दौरान डायल किया जाता है को हर दिन भारी मात्रा में अवांछित कॉलों को झेलना पड़ता है, जिससे नागरिको को आपात स्थिति में सेवा प्राप्त करने में बाधा का सामना करना पड़ता है। 108 एम्बुलेंस सेवाएं जो संकट के समय लोगों को सेवा प्रदान करने के लिए होती हैं, उन्हें अकसर गलत जानकारी प्रदान करके या फेक कॉल्स करके ऐसे स्थानों पर बुलाया जाता है, जहां इलाज के लिए कोई जरूरत ही नहीं थी। इस तरह की कॉलें न केवल बहुत समय बर्बाद करती हैं, बल्कि कई बार आपात परिस्थिति में उपचार में बाधा भी बनती है, जिसके परिणामस्वरूप लोगो को कई बार जानी नुकसान भी उठाना पड़ता है।
इन गैरजरूरी कॉल्स में अधिकतर " रिचार्ज कराने, घरेलू उपकरण और किराने के सामान के लिए, और कई बार अपमानजनक और संवेदनशील शब्दों का उपयोग किया जाता है। इस कॉल्स को करते समय महिला कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा जाता। कई बार लोग, कॉल करने वाले एम्बुलेंस को कैंसिल कर देते हैं, जिससे आपात स्थिति में आम लोगो तक सेवा सुचारू रूप से पहुंचाने में दिक्कत आती है।
मनीष बत्रा, प्रोजेक्ट हेड - 108 एम्बुलेंस ने आगे बताया कि 108 एम्बुलेंस जरूरत के समय लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि कई बार कुछ लोग बार-बार अनवांटेड कॉल्स करके आपातकालीन सेवाओं को नुकसान पहुंचाते है, जिससे उन लोगों को परेशानी होती है जिन्हें वास्तव में आपातकालीन सेवाओं की आवश्यकता होती है । यदि ऐसी फर्जी कॉलों को हटा दिया जाता है और वास्तविक शेष कॉलों को सुना जाता है, तो कई कीमती जिंदगियां बचाई जा सकती हैं और उनका इलाज किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से अनुरोध है कि वे आपातकालीन सेवाओं का दुरुपयोग करने से बचें और जरूरत पड़ने पर ही 108 डायल करें।
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