ढाई लाख में मिलती है 50 हजार की टिकट, लुट रहे विदेश जाने वाले विद्यार्थी

Update: 2022-08-21 07:59 GMT

न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

कनाडा के टोरंटो व वैंकुवर के लिए सीधी फ्लाइट्स दिल्ली से हैं, जो नॉन स्टाप पहुंचती हैं। इन फ्लाइट्स का किराया आम तौर पर 50 से 70 हजार रुपये के बीच होता है। लेकिन साल में तीन माह ऐसे आते हैं, जिसमें किराया तीन गुणा से अधिक बढ़ा दिया जाता है।

एयर टिकट की कालाबाजारी से विदेश में स्टडी के लिए जाने वाले विद्यार्थियों को जमकर लूटा जा रहा है। केंद्र व पंजाब सरकार स्टूडेंट्स की लूट करने वालों को लाइसेंस देकर बैठी है। हालात यह है कि जो एयर टिकट महज 50 हजार में उपलब्ध होती है, वह दिसंबर, अगस्त व अप्रैल माह में 2.5 लाख रुपये में बिकती है। दरअसल, सारा खेल माफिया खेल रहा है, जिसमें करोड़ों के वारे न्यारे हो रहे हैं लेकिन इसका शिकार पंजाब के विद्यार्थी बन रहे हैं।

कनाडा के टोरंटो व वैंकुवर के लिए सीधी फ्लाइट्स दिल्ली से हैं, जो नॉन स्टाप पहुंचती हैं। इन फ्लाइट्स का किराया आम तौर पर 50 से 70 हजार रुपये के बीच होता है। लेकिन साल में तीन माह ऐसे आते हैं, जिसमें किराया तीन गुणा से अधिक बढ़ा दिया जाता है। कनाडा में जनवरी, मई व सितंबर में नए सत्र की शुरूआत होती है। ऐसे में स्टूडेंट्स का कनाडा जाने के लिए तांता लगना शुरू हो जाता है।

कनाडा दूतावास द्वारा स्टडी वीजा भी चंद दिन पहले दिया जाता है, जिससे आनन फानन में विद्यार्थी मुंहमांगे दाम पर टिकट खरीदने पर मजबूर हो जाते हैं। हालात यह है कि जो टिकट 70 हजार के आसपास की आसानी से मिलती है, उसका दाम 2.5 लाख रुपये तक पहुंच जाता है। हालांकि कनाडा के वैंकुवर, टोरंटो की सीधी उड़ान के अलावा यूके, दुबई, चीन से भी घूमकर फ्लाइट्स रुककर जाती हैं लेकिन उनका किराया भी इन माह में अचानक बढ़ा दिया जाता है।

ऐसे चलता है खेल

एयर टिकट से इस खेल में पूरा माफिया सक्रिय है। उड़ान वाली कंपनी से एकमुश्त एयर टिकट कई माह पहले ही थोक में बुक करवा दी जाती है। अगर अगस्त में स्टूडेंट्स की भीड़ लगने वाली है तो थोक विक्रेता जनवरी फरवरी में ही हजारों सीट एक साथ बुक करवा लेते हैं और कंपनी को पेशगी अदा कर देते हैं। ऐसे में उनको टिकट 50 हजार रुपये से भी कम में पड़ती है लेकिन जब अगस्त माह आता है तो टिकट 2.5 लाख तक बेची जाती है और इसका सीधा असर उन अभिभावकों की जेब पर होता है जो लाखों रुपये खर्च कर बच्चों को स्टडी के लिए भेजते हैं।

विद्यार्थी मजबूर होते हैं, खरीदनी पड़ती है टिकट

वीजा काऊंसलर मंजीत कौर का कहना है कि विद्यार्थी भी क्या करें, उनको मजबूरी में टिकट खरीदनी पड़ती है। दूतावास व कॉलेज चार माह पहले ही दाखिला खोलते हैं, आईलेट्स व प्रोसेसिंग में दो माह का वक्त लग जाता है। इन दिनों कनाडा का स्टडी वीजा भी देरी से आ रहा है, जब चंद दिन शेष रह जाते हैं तो अचानक से टिकट मजबूरी में मुंह मांगे दाम पर खरीदनी ही पड़ती है।

केंद्रीय मंत्री को भेजी जाएगी शिकायत

पंजाब भाजपा के कार्यकारिणी के सदस्य अमित तनेजा का कहना है कि यह एक चिंता का विषय है। उनको भी काफी शिकायतें मिल चुकी हैं। वह जल्द ही केंद्रीय मंत्री को इस बाबत पूरी शिकायत बनाकर भेजेंगे ताकि विद्यार्थियों को लुटने से बचाया जा सके।

चेकिंग के बाद कार्रवाई की जाएगी

डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह का कहना है कि हम जल्द ही एयर टिकट की कालाबाजारी पर चेकिंग करेंगे और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अभियान जल्द शुरू किया जाएगा। मालूम हो कि तमाम एजेंट व एयर टिकट विक्रेता पंजाब सरकार से पंजीकृत हैं और ऐसे में सरकार की तरफ से उनकी रैगुलर चेकिंग का प्रावधान भी है।

2 लाख की टिकट लेकर गया कनाडा

जालंधर के रेलवे रोड का रहने वाला एक स्टूडेंट्, जिसकी कक्षा सितंबर माह की पांच तारीख को शुरू होने जा रही हैं, दो लाख रुपये की टिकट खरीदकर कनाडा गया। हालांकि मई से लेकर जुलाई तक इस टिकट का दाम 50-70 हजार रुपये था लेकिन अगस्त में इसको दो लाख में खरीदा।

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