बिजली के झटके से प्रमोद चटारे की मौत

वर्तमान स्थिति में, किसान को दिन या रात में खेत का निरीक्षण करना पड़ता है

Update: 2022-08-29 17:21 GMT
मूल. वर्तमान स्थिति में, किसान को दिन या रात में खेत का निरीक्षण करना पड़ता है. अन्यथा जंगली सुअर के आतंक से खेतों का उजाड दिया जाता है. इसी दौरान रात के समय खेती का निरिक्षण करने गए किसान को बिजली का करंट लगने से उसकी मृत्यु हो गई. यह घटना मूल तहसील के बोरचांदली खेत में रात के 10 बजे घटी. मृतक किसान का नाम प्रमोद वसंतराव चटारे 43 था.
मूल स्थित माऊली इलेक्ट्रिक शॉप के संचालक और युवा किसान प्रमोद वसंतराव चटारे रात के समय बोरचांदली स्थित खेत में गए थे. उनके खेतों में बिजली है. वहीं अचानक उन्हें बिजली का झटका लगा. एक व्यक्ति ने बोरचंदली गांव में आकर इसकी जानकारी दी. नागरीकों ने उसे करंट से दूर कर बिजली वितरण कंपनी को सूचना दी. रात को पोस्टमार्टम के लिए सावली ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया. बोरचंदली में कुछ लोग मिलकर सामूहिक खेती की जाती है. उसमे सोयाबीन की फसल लगी थी.

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