मुंबई: मुंबई की लाइफलाइन (Mumbai Lifeline) कही जाने वाली लोकल ट्रेनों (Local Trains) के बेड़े में शामिल एसी लोकल ट्रेन (AC Local Train) को लेकर जहां कुछ जगहों पर आम यात्रियों का विरोध हो रहा है, वहीं मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे पर सुरक्षा और आराम की दृष्टि यात्रियों को कूल-कूल यात्रा भा भी रही है। बताया गया है कि मध्य रेलवे पर पिछले 7 महीनों के दौरान एसी लोकल ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में 7 गुना तक वृद्धि देखी जा रही है, हालांकि पिछले दिनों बढ़ाई एसी लोकल ट्रेन की 10 सर्विस कुछ विरोध के चलते बंद करनी पड़ी। बढ़ी है रेलवे की कमाई मध्य रेलवे पर रोजाना एसी लोकल ट्रेन 56 फेरी, जबकि पश्चिम रेलवे पर 48 फेरी होती है। पश्चिम रेलवे पर चर्चगेट से विरार, बोरीवली-चर्चगेट, मालाड-चर्चगेट और भायंदर-चर्चगेट सेवाएं हैं, जबकि के मध्य रेलवे पर सीएसएमटी से कल्याण, बदलापुर, टिटवाला, डोम्बिवली, ठाणे के बीच एसी लोकल की सर्विस है। इनमें सबसे ज्यादा यात्री ठाणे, डोंबिवली और कल्याण से होते हैं। इन स्टेशनों से एसी लोकल ट्रेन के सर्वाधिक सीजन और टिकट की बिक्री होती है। मध्य रेलवे पर पिछले 7 माह में 17 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई हुई है।
पश्चिम रेलवे पर यात्रियों की संख्या 1 लाख तक पहुंची पश्चिम रेलवे पर एसी लोकल के यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए पिछले माह से 8 सर्विस बढ़ा दी गई थी। सीपीआरओ सुमित ठाकुर के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से एसी लोकल ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। रोजाना औसत यात्रियों की संख्या बढ़ कर 1 लाख तक पहुंच गई है। पीक आवर में तो काफी भीड़ हो रही है। यात्री एसी लोकल ट्रेनों की फेरी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
मध्य रेलवे 42 हजार से ज्यादा यात्री सीपीआरओ शिवाजी सुतार के अनुसार, मध्य रेलवे अपने यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने का प्रयास करता रहा है, उनमें से एसी लोकल ट्रेन भी एक है। उन्होंने दावा किया कि एसी लोकल ट्रेन को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। एसी लोकल में रोजाना 42 हजार से ज्यादा औसत यात्री सफर कर रहे हैं। मध्य रेलवे पर एसी लोकल ट्रेन के 6 रेक उपलब्ध हैं, लेकिन 5 रेक ही रेगुलर चलते हैं। एसी लोकल ट्रेन की कुल 56 ट्रिप चलती है। रेलवे ने फर्स्ट क्लास के पास धारकों को अपने पास एसी पास में तब्दील करने की व्यवस्था भी की है। क्या कहना है यात्री संगठनों का मुंबई में सामन्य लोकल ट्रेन के स्थान पर एसी लोकल ट्रेन चलाने का यात्री संगठन विरोध कर रहे हैं, यहां तक की इस मामले में राजनीतिक दल भी कूद पड़े हैं। एनसीपी के नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए रेल मंत्री से मांग की है। यात्री संगठनों का कहना है कि एसी लोकल ट्रेन जरुर चलाएं, परंतु उस समय चलने वाली सामान्य लोकल ट्रेनों की फेरी कम न हो। दूसरी तरफ रेल प्रशासन के समक्ष लोकल ट्रेनों के संचालन को लेकर समस्या आ रही है। मध्य रेलवे एसी लोकल ट्रेन सहित कुल 1,810 उपनगरीय सेवाएं चला रहा है। एसी लोकल ट्रेन के ज्यादा किराए को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि सर्विस बढ़ने के साथ यात्रियों को आसानी होगी।
2032 तक सभी लोकल एसी आने वाले 10 वर्षों में मुंबई की सभी लोकल ट्रेन की एसी लोकल ट्रेन में तब्दील करने का प्लान है। एमआरवीसी ने 238 एसी लोकल ट्रेन खरीदने की योजना बनाई है। एमयूटीपी 3 और 3A के तहत एमारवीसी 238 पूरी तरह से एसी ट्रेनों की खरीद करेगा। मेट्रो से मुकाबला मुंबई की लोकल ट्रेनें मेट्रो से मुकाबला करेगी। सभी एसी लोकल ट्रेन बंद दरवाजे की होने की वजह से दुर्घटनाओं में कमी आएगी। आने वाली पीढ़ी के लिए लोकल ट्रेन की यात्रा का पैटर्न बदल जाएगा। यह प्रयोग सफल होता है तो लोकल ट्रेनें मेट्रो को चुनौती देगी। वैसे मुंबई की लोकल ट्रेन यात्रा पुरे देश में सबसे सस्ती है। मुंबई की सामान्य लोकल ट्रेन रोजाना 70 लाख से ज्यादा लोग यात्रा कर रहे हैं।