नई दिल्ली. पात्रा चॉल भूमि घोटाले में कथित संलिप्तता के मद्देनजर पहले से ही हिरासत में रह रहे शिवसेना सांसद संजय राउत की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. मुंबई की एक अदालत उनकी हिरासत की अवधि को 5 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया है. संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था. तब से वे हिरासत में ही हैं. कोर्ट ने 8 अगस्त तक उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इसके बाद कोर्ट ने 22 अगस्त तक उनकी हिरासत बढ़ा दी थी. इसकी मियाद आज खत्म हो रही थी. संजय राउत को उम्मीद थी कि आज उनकी हिरासत खत्म हो जाएगी लेकिन कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत 5 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी है.
गौरतलब है कि पात्रा चॉल जमीन घोटाले में संजय राउत पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. दरअसल, 2007 में एमडीए ने गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर स्थित पात्रा चॉल के रिडेवेलपमेंट का काम संजय राउत के रिश्तेदार प्रवीण राउत की गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था. यहां एमडीए की 47 एकड़ जमीन पर घर बनाकर 3500 से ज्यादा फ्लैट लोगों को देने थे. 14 साल बाद भी इन्हें फ्लैट नहीं दिए गए. इसके बाद पीड़ितों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
संजय राउत फिलहाल मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बंद हैं. उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर घर का खाना और अलग बिस्तर देने की मांग की है. इस पर कोर्ट ने कहा है कि डॉक्टरों की पड़ताल के बाद ऐसा किया जा सकता है. ऑर्थर रोड जेल में ही एनसीपी के नेता नवाब मलिक और अनिल देशमुख भी बंद हैं. हालांकि कोर्ट ने राउत को अनुमति दी है कि वे घर का खाना खा सकते हैं और दवाईयां भी ले सकते हैं.