मुंबई। महाराष्ट्र की सांस्कृतिक नीति वर्ष 2010 में सांस्कृतिक कार्य विभाग के माध्यम से तैयार की गई थी। अब 12 साल बाद इस सांस्कृतिक नीति की समीक्षा के लिए एक कमेटी बनाई गई है। सांस्कृतिक कार्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने बताया कि इस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में डॉ. विनय सहस्रबुद्धे (Dr. Vinay Sahasrabuddhe) को नियुक्त किया गया है।
नवनियुक्त समिति की अध्यक्षता सांस्कृतिक कार्य मंत्री करेंगे, जबकि डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। सांस्कृतिक कार्य विभाग के सचिव, उप सचिव, पर्यटन विभाग के उपसचिव, पर्यटन संचालनालय के प्रबंध निदेशक, खेल निदेशालय के निदेशक, अभिलेखागार निदेशालय के निदेशक, सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय के संचालक, कला निदेशालय के निदेशक, पुरातत्व एवं संग्रहालय के निदेशक सरकारी सदस्य होंगे। इसके अलावा गिरीश प्रभुणे, नामदेव कांबले, सुहास बहुलकर,कौशल इनामदार, बाबा नंदनपवार,जगन्नाथ हिलीम,सोनू दादा म्हस समिति के गैर सरकारी सदस्य होंगे। सांस्कृतिक कार्य संचालनालय के संचालक समिति के सदस्य सचिव होंगे। समिति सांस्कृतिक नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा करेगी। चूंकि सांस्कृतिक मामलों की प्रकृति समय के साथ बदलती रहती है।अतः समिति से यह अपेक्षा की जाती है कि सांस्कृतिक नीति को बदलती परिस्थितियों के अनुरूप ढालें तथा नीति के संबंध में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों एवं आम नागरिकों से प्राप्त सुझावों के अनुसार विचार मंथन कर नई नीति का प्रारूप सरकार को प्रस्तुत करें। समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह में एक बार होगी। इस समिति का कार्यकाल शासन के निर्णय के जारी होने की तिथि से या शासनादेश जारी होने की तिथि से एक वर्ष तक का होगा।
Source : Hamara Mahanagar