राज्यपाल को प्रवक्ता नियुक्त करें बीजेपी: शिवसेना
राज्यपाल को प्रवक्ता नियुक्त करें बीजेपी
पिंपरी : महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) ने हालिया मुंबई में एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के लोगों का अपमान करने वाला बयान दिया था। इसके खिलाफ पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) शहर के शिवसेना प्रमुख एड सचिन भोंसले के नेतृत्व में पिंपरी में डॉ. भारतरत्न बाबासाहेब अंबेडकर स्मारक चौक पर शिवसेना के प्रमुख पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कोश्यारी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है
एड भोसले ने मांग की है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को केंद्र सरकार द्वारा वापस बुलाकर बीजेपी प्रवक्ता नियुक्त किया जाना चाहिए। पिछले कार्यकाल में और कल भी राज्यपाल ने महाराष्ट्र और महाराष्ट्र के लोगों के बारे में अपमानजनक बयान दिए हैं। राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है। बीजेपी ने कोश्यारी को इस पद पर नियुक्त किया है। वे महाराष्ट्र को लेकर अपनी भावनाएं जाहिर कर रहे हैं। दरअसल, बीजेपी नेता ही उनके मुंह से बोल रहे हैं।
शिवसैनिक बड़ी संख्या में शामिल हुए
इस आंदोलन में उपजिला प्रमुख निलेश मुटके, महिला जिला संगठक शैलजा खंडागले, शहर संगठक एड. उर्मिला कालभोर, शहर प्रसिद्धी प्रमुख भाविक देशमुख, विधानसभा प्रमुख अनंत कोराले, महिला विधानसभा संगठक कल्पना शेटे, सरिता साने, युवासेना विधानसभा अधिकारी माऊली जगताप, निलेश हाके, शहर संगठक रोमी संधू, उपशहर प्रमुख तुषार नवले, संतोष पवार, नवनाथ तरस, पांडुरंग पाटील, हरीश नखाते, नेताजी काशीद, सुधाकर नलावडे, कुणाल तापकीर, शैलेश मोरे, युवराज कोकाटे, वैशाली कुलथे, स्मिता जगदाले, शारदा वाघमोडे, विधानसभा संगठक व समन्वयक महेश कलाल आदि समेत बड़ी संख्या में शिवसैनिक शामिल हुए।
एड. उर्मिला कालभोर ने विरोध करते हुए कहा कि राज्यपाल ने महाराष्ट्र के लोगों की अस्मिता का अपमान किया है। राज्यपाल को एक अभिभावक के रूप में कार्य करना चाहिए, लेकिन वह ऐसे बयान दे रहे है जैसे कि वह बीजेपी का प्रवक्ता हो। वे नहीं जानते कि इस स्थिति में कैसे कार्य करना है। उन्हें महाराष्ट्र का इतिहास नहीं पता। राज्यपाल को जगन्नाथ शंकरशेठ मुर्कुटे की जीवनी पढ़नी चाहिए। इस अवसर पर गुलाब गरुड़, नीलेश मुटके और अन्य पदाधिकारियों ने राज्यपाल की निंदा करते हुए भाषण दिए। साथ ही सभी शिवसैनिकों ने राज्यपाल की निंदा के नारे लगाए।
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