शिंदे की दशहरा रैली में पहुंचे बालासाहेब ठाकरे के बेटे जयदेव, सीएम के साथ मंच किया साझा
मुंबई के दादर स्थित ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में जनसभा को संबोधित करते हुए, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला। ठाकरे ने शिंदे को "देशद्रोही" कहा। ठाकरे ने सभा में कहा कि ये गद्दी उनके शिवसैनिकों की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो किया वो सही नहीं किया। उद्धव ने कहा कि भाजपा ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा और उसे सबक सिखाने के लिए मैंने कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन किया। शिवसेना प्रमुख ने कहा, "शिवसैनिकों को धमकाने का काम शुरू हो गया है। लेकिन अगर आप शिवसैनिकों के साथ अन्याय करेंगे तो वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।" उन्होंने कहा कि इस बार का 'रावण' अलग है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में हुई दशहरा रैली में बुधवार को शामिल हुए। शिंदे शिवसेना के बागी गुट की अगुवाई करते हैं। बीकेसी के एमएमआरडीए मैदान में हुई शिंदे की अगुवाई वाले गुट की रैली में जयदेव ठाकरे की उनसे अलग रह रही पत्नी स्मिता भी मौजूद थी। साथ में उद्धव ठाकरे के सबसे बड़े भाई दिवंगत बिंदूमाधव ठाकरे के बेटे निहार भी रैली में मौजूद थे। इनके अलावा शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के 27 साल तक करीबी सहयोगी रहे चंपा सिंह थापा भी रैली में मौजूद थे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्मिता ठाकरे ने कहा कि शिंदे ने उन्हें रैली के लिए आमंत्रित किया था। बताया जाता है कि बाल ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे के अपने छोटे भाई उद्धव ठाकरे के साथ मधुर संबंध नहीं हैं। शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत गुट ने मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में अपनी दशहरा रैली का आयोजन किया था। शिंदे और उद्धव ठाकरे, दोनों ने ही अपने-अपने गुट को 'असली' शिवसेना बताया है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ शिंदे की बगावत की वजह से शिवसेना की अगुवाई वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार जून में गिर गई थी।