मनसे के साथ गठबंधन भाजपा का होगा भारी नुकसान -आठवले

Update: 2022-11-20 18:15 GMT


 मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ अगर भाजपा अगर गठबंधन करती है तो उसे भारी नुकसान हो सकता है साल 2014 लोकसभा चुनाव से भाजपा के पारंपरिक मतदाता हिंदी भाषीय और गुजराती भाजपा का साथ छोड़ सकते है.राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से चुनाव में कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा।हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव में एनडीए की एक बार फिर सरकार बनेगी आगामी मुंबई मनपा चुनाव में भाजपा का महापौर और आरपीआई का उपमहापौर होगा शिंदे -फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis government) की होने वाली मंत्रिमंडल विस्तार में आरपीआई को भी स्थान मिलना चाहिए मंगलवार को पवई स्थित हमारा महानगर कार्यालय में सदिच्छा भेट देने आए केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) से ऐसे विभिन्न मुद्दे पर कुछ बातचीत के अंश.
मनसे के साथ गठबंधन करना भाजपा को हो सकता है नुकसान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा और मनसे के बीच गठबंधन की चल रही चर्चा में अगर सच्चाई है तो यह भाजपा के लिए घातक है. आगामी चुनाव में भाजपा अगर मनसे के साथ गठबंधन करती है तो उसे भारी नुकसान होगा।क्योंकि साल 2014 लोकसभा चुनाव के बाद हर चुनाव में हिन्दी भाषीय मतदाता एकजुट होकर भाजपा को मतदान कर रहे है लेकिन मनसे के साथ गठबंधन के बाद हिंदी भाषीय के आलावा गुजराती मतदाता भाजपा का साथ छोड़ सकते है जिसके कारण भाजपा को भारी नुकसान हो सकता है.मनसे के साथ गठबंधन का आरपीआई पहले भी विरोध किया था आज भी विरोध कर रही है.
उद्धव ठाकरे ने भाजपा को दिया धोखा
शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने जिस पार्टी और विचारधारा के खिलाफ लड़कर अपने संगठन को खड़ा किया उसी विचारधारा और पार्टी के साथ हाथ मिलाकर उध्दव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे के साथ धोखा किया।साल 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा -शिवसेना और आरपीआई की गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा था जिसे जनता ने बहुमत भी दिया लेकिन उध्दव ठाकरे ने भाजपा के साथ धोखा कर कांग्रेस -राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई।
अमित शाह ने नहीं किया था कोई वादा
साल 2019 के विधानसभा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंद कमरे में शिवसेना को ढाई साल का मुख्यमंत्री पद देने का कोई वादा नहीं किया था. अगर वे ऐसा वादा करते तो मीडिया के पास ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी छिपी नहीं रहती। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा कोंकण में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण में इसका जिक्र खुद अमित शाह कर चुके है. चुनाव प्रचार की सभा में शिवसेना के नेताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह बार -बार अपने भाषण में कहते थे कि दिल्ली में नरेंद्र और महाराष्ट्र में देवेंद्र लेकिन उस समय शिवसेना ने इसका समर्थन किया था लेकिन जब चुनाव के नतीजे आए और भाजपा को उम्मीद कम सीट मिला तो उद्धव ठाकरे मौका देखकर ढाई -ढाई साल के मुख्यमंत्री पद का मुद्दा उठाते हुए भाजपा को धोखा देकर कांग्रेस -राकांपा के साथ मिलकर सरकार बना ली.
नाराजगी के कारण टूटी शिवसेना
साल 2019 के चुनाव के बाद कांग्रेस -राकांपा के साथ सरकार बनाने के बाद उद्धव ठाकरे के इस फैसले से शिवसेना के विधायक और नेता काफी नाराज हो गए थे.जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा एकनाथ शिंदे के साथ कई विधायक उध्दव ठाकरे को छोड़कर चले गए और उनके समर्थन से राज्य में शिंदे -फडणवीस की सरकार से बन गई.
ईडी और सीबीआई है स्वतंत्र संस्था
केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है यह विपक्ष का आरोप बेबुनियाद और निराधार है सीबीआई और ईडी एक स्वतंत्र संस्था है जो सबूत और कागज के आधार पर कारवाई करती है.एमवीए का आरोप है सरकार बनाने के लिए जांच एजेंसी का उपयोग किया गया है वह बिलकुल गलत है पिछली केंद्र सरकार में भी जांच एजेंसी कारवाई करती थी इसका यह मतलब नहीं हुआ कि वो भी इस एजेंसियों का दुरुपयोग करती थी.
आगामी चुनाव में हिंदी भाषीय नेताओं को आरपीआई बनाएगी उम्मीदवार
आरपीआई ने बड़ी संख्या में हिंदी भाषीय लोगो को पार्टी से जोड़ने का सिलसिला शुरू किया है.आगामी मुंबई मनपा सहित अन्य चुनाव में आरपीआई अधिक से अधिक हिंदी भाषीय नेताओं को उम्मीदवार बनाएगी।हमने उत्तर भारतीय जनता को पार्टी से जोड़ने के लिए उत्तर भारतीय मोर्चा का गठन किया है जो समाज को जोड़ने का काम कर रही है.
मुंबई मनपा में भाजपा की आएगी सत्ता
आगामी मुंबई मनपा चुनाव में भाजपा का सत्ता आना तय है.क्योंकि पिछले 25 साल में मनपा की सत्ता पर काबिज शिवसेना से मुंबई की जनता ऊब चुकी है.मनपा के होने वाले चुनाव में भाजपा का महापौर तो आरपीआई का उपमहापौर बनेगा।
एमवीए गठबंधन में शिवसेना का नुकसान
साल 2019 के चुनाव के बाद बनी शिवसेना -कांग्रेस और राकांपा का गठबंधन सरकार जाने के बाद भी बरक़रार है यह सही है लेकिन इस गठबंधन में शिवसेना को भारी नुकसान हो रहा है यही कारण है कि शिवसेना टूट गई.लेकिन यह बात उध्दव ठाकरे के समझ में नहीं आ रही है.
विधायक या सांसद के निधन के बाद उपचुनाव में विपक्ष नहीं उतारना चाहिए उम्मीदवार
विधानसभा और लोकसभा के निधन के बाद होने वाले उपचुनाव में विपक्ष को अपना उम्मीदवार नहीं उतारना चाहिए यह महाराष्ट्र की संस्कृति और परंपरा है जिसका पालन अँधेरी पूर्व विधानसभा के हुए उपचुनाव में भाजपा ने किया। एनडीए के उम्मीदवार की जीत पक्की थी लेकिन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की परंपरा को निभाते हुए अपने उम्मीदवार का नामांकन वापस ले लिया।
साल 2024 में दोबारा राज्य में बनेगी शिंदे -फडणवीस की सरकार
राज्य की एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और साल 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वापस बहुमत के साथ एक बार फिर राज्य में सरकार बनाएगी।क्योंकि शिंदे -फडणवीस की सरकार के कार्यों से राज्य की जनता संतुष्ट है इसलिए राज्य के विकास के लिए उन्हें दोबारा सत्ता में लाएगी
राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस पार्टी को नहीं होगा फायदा
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की शुरू भारत जोड़ो यात्रा में भले ही भारी भीड़ हो रही है लेकिन इसका फायदा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को नहीं होगा। राहुल गांधी को भारत जोड़ने से पहले कांग्रेस पार्टी को जोड़ने की जरूरत है. साल 2014 के बाद से लगातार कांग्रेस पार्टी के नेता पार्टी छोड़कर दूसरे पार्टी में जा रहे है.
बसपा छोड़कर आरपीआई में शामिल हो रहे है बसपा नेता
साल 2012 के बाद से लगातार हाशिए जाने वाली बहुजन समाज पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने विकल्प के रूप में आरपीआई में शामिल हो रहे है.साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा का एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता इसका कारण बसपा सुप्रीमो का उम्मीदवारों को पैसे देकर टिकट देना।जो पार्टी के लिए वर्षो से काम कर रहे है उन्हें मायावती चुनाव में टिकट नहीं देती बाहर से आने वाले लोगों को पैसे लेकर वो टिकट दे देती है इसलिए कार्यकर्ता उनके इस निर्णय से नाराज है और विकल्प के रूप में आरपीआई में शामिल हो रहे है.
हमारा महानगर कार्यालय में सदिच्छा भेट देने आए केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले का हमारा महानगर के संपादक अन्तेष सिंह, कार्यकारी संपादक राघवेंद्र नाथ द्विवेदी और उत्तर भारतीय संघ मुंबई युवा मोर्चा के अध्यक्ष संजय सिंह ने साल श्रीफल और पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया इस दौरान आरपीआई के महाराष्ट्र प्रदेश महासचिव गौतम सोनवणे मीडिया प्रमुख हेमंत रणपिसे उपस्थित थे.

 Source : Hamara Mahanagar

( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)

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