ठाणे : शिंदे सरकार (Shinde Government) बने करीब सवा दो महीने बीत चुके है। पहले चरण शिवसेना (Shiv Sena) और बीजेपी (BJP) के नौ-नौ मंत्री बनाए गए है, लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra) के सत्ता संघर्ष में जिन विधायकों ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के खिलाफ बागी तेवर अपनाकर एकनाथ शिंदे का साथ दिया, उनमें अब 31 विधायक मंत्री बनने का सपना देख रहे है। इसी बीच शिंदे गुट के 12 विधायक नाराज बताए जा रहे है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता ने दावा किया है कि ये 12 विधायक दशहरा रैली में बड़ा भूकंप करने वाले और एकबार फर घर वापसी कर सकते है। 21 जून को शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने शिवसेना को तोड़ते हुए 40 विधायकों को अपने पाले में कर लिया है। इसके बाद उन्होंने बीजेपी की मदद से 30 जून महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। करीब सवा महीने के लंबे अंतराल के बाद शिंदे ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। जिसमें शिवसेना शिंदे गट के नौ और बीजेपी गट के नौ मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। लेकिन वहीं मंत्रिमंडल में जगह न पाने से संजय शिरसाट और निर्दलीय विधायक बच्चू कडू ने नाराजगी जताया था। हालांकि, इस नाराजगी को मुख्यमंत्री शिंदे दूर करने में सफल हो गए थे। अब शिंदे गट शिवसेना से जुड़े सूत्रों की माने तो अब दूसरे चरण के मंत्रिमंडल का विस्तार पितृ पक्ष के बाद हो सकता है।
दशहरा रैली में भूकंप दशहरा रैली के आयोजन और शिवाजी पार्क को लेकर उद्धव ठाकरे गुट और शिंदे गट में विवाद छिड़ा हुआ है। अभी तक यह निश्चित नहीं हो पाया कि शिवाजी पार्क में किसकी रैली होगी लेकिन, इसी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता भरत चव्हाण ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि दशहरा रैली पर भूकंप होने वाला है और शिंदे गुट के नाराज 12 विधायक घर वापसी कर सकते है। चव्हाण ने ट्वीट के माध्यम से यह भी कहा है कि शिंदे सरकार में बड़ा उलटफेर होने वाला है।