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Update: 2022-07-25 16:35 GMT

सतना। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण मंत्रालय द्वारा स्वीकृत सतना जिले में सिजहटा (डिलौरा) में साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन 50 बिस्तरों का वृद्धाश्रम दो महीने के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा। वृद्धाश्रम के विधिवत संचालन के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण की जा रही हैं। इस आशय की जानकारी सोमवार को कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में संपन्ना माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम 2007 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गठित जिला समिति की बैठक में दी गई।

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इस मौके पर एसडीएम पीएस त्रिपाठी, नीरज खरे, एचके धुर्वे, सुधीर बेक, एसके गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया, उपसंचालक सामाजिक न्याय सौरभ सिंह, सुलह अधिकारी श्यामसुंदर द्विवेदी, अशासकीय सदस्य हरि प्रकाश गोस्वामी, कमलेश सिंह भी उपस्थित थे। सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम 2007 के प्रावधानों के क्रियान्वयन के लिए मध्यप्रदेश माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण नियम 2009 बनाए गए हैं।

अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्यक्रमों तथा गतिविधियों के निरीक्षण और समीक्षा के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति बनाई गई है। अधिनियम के तहत अनुविभाग क्षेत्र के लिए एसडीएम को भरण-पोषण अधिकारी भी बनाया गया है। यह समिति वरिष्ठ जनों के समग्र कल्याण एवं पुनर्वास के लिए संचालित योजनाओं, वृद्धाश्रम, डे-केयर सेंटर एवं अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों का नियमित रूप से निरीक्षण और मॉनिटरिंग भी करेगी।

जिले में छह वृद्धाश्रम : कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि जनसुनवाई अथवा सामान्य रूप से वरिष्ठ नागरिकों एवं वृद्ध माता-पिता को भरण पोषण नहीं मिलने की शिकायतें प्राप्त होती है। एसडीएम अपने स्तर से अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें और समिति की अगली बैठक में उनके कोर्ट में चल रहे भरण-पोषण के मामलों का स्टेटस भी प्रस्तुत करें। उपसंचालक सामाजिक न्याय सौरभ सिंह ने बताया कि जिले में 6 वृद्धाश्रम संचालित है। जिनमें चित्रकूट के प्रमोद वन वृद्धाश्रम में 41 और मैहर में 29 वृद्धजन रह रहे हैं। पूरे जिले के 6 वृद्धाश्रम में कुल 182 वृद्धजन निवासरत हैं। जिनमें 89 पुरुष और 93 महिला वृद्धजन हैं। सभी वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धजनों का शत-प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन और प्रिकॉशन डोज कंप्लीट है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सतना के डिलौरा में स्वीकृत साढ़े तीन करोड़ लागत का 50 बेडेड वृद्धाश्रम का भवन बनकर तैयार है। संचालन के लिए एजेंसी का चयन किया जा रहा है। अगले दो माह के भीतर वृद्धाश्रम प्रारंभ कर दिया जाएगा। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि सतना में शिशु गृह और वृद्धाश्रम तो हैं, लेकिन किशोर बालकों के लिए कोई स्टे होम नहीं है। इसके लिए भी प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजें।
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