भोपाल | मध्य प्रदेश की एक वरिष्ठ महिला IAS अधिकारी ने बुधवार को संसद में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कथित ‘‘अशोभनीय व्यवहार'' के खिलाफ विरोध जता रहीं महिला सांसदों से कहा कि वे यह भी सोचें कि मणिपुर की महिलाओं को कैसा महसूस हुआ होगा। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी का इशारा स्पष्ट रूप से हिंसाग्रस्त मणिपुर में सामने आए उस वीडियो की ओर था, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाते देखा जा सकता है।
जरा सोचिए मणिपुर की महिलाओं को कैसा महसूस हुआ होगा
आईएएस अधिकारी शैलबाला मार्टिन ने ट्विटर पर कहा, ‘‘जरा सोचिए मणिपुर की महिलाओं को कैसा महसूस हुआ होगा।'' मध्य प्रदेश कैडर की नौकरशाह वर्तमान में भोपाल में मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में सामान्य प्रशासन विभाग में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं। अपनी टिप्पणी के साथ मार्टिन ने सदन में राहुल के कथित व्यवहार पर लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित एक पत्र भी साझा किया, जिस पर कई महिला सांसदों के हस्ताक्षर हैं।
राहुल गांधी पर सदन में ‘फ्लाइंग किस' का आरोप
समझा जाता है कि चर्चा में हिस्सा लेने के बाद जब राहुल गांधी सदन से बाहर निकल रहे थे, तब सत्तारूढ़ पक्ष के कुछ सदस्यों की टीका-टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद ने ‘फ्लाइंग किस' की भाव-भंगिमा प्रदर्शित की। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सदन में ‘फ्लाइंग किस' की भाव-भंगिमा प्रदर्शित करते हुए महिला सांसदों के प्रति अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया और उन्हें महिलाओं से द्वेष रखने वाला व्यक्ति बताते हुए कहा कि सदन में पहले कभी ऐसा आचरण नहीं देखा गया। बाद में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट की और केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।