गायत्री मंत्र का पाठ करने से छात्रों को रोका, हटाए गए स्कूल के प्रिंसिपल; कांग्रेस हमलावर
मध्य प्रदेश: इस मामले में कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि स्कूलों को राजनीतिक अखाड़ा बना कर रख दिया गया है.
गायत्री मंत्र का पाठ करने से छात्रों को रोका, हटाए गए स्कूल के प्रिंसिपल; कांग्रेस हमलावर
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के एक प्राइवेट स्कूल में छात्रों को गायत्री मंत्र का पाठ करने से स्कूल के प्राचार्य ने रोक दिया. इसके बाद से पूरे मामले पर बवाल मचा हुआ है. इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी नाराजगी जताई है. वहीं, अब प्रिंसिपल को शिक्षा विभाग ने उनके पद से हटा दिया गया है.
राजगढ़ जिले के सीएम राइज स्कूल का मामला है. यहां लंबे वक़्त से गायत्री मंत्र का उच्चारण होता आया है. मगर दो दिन पहले अचानक इसे रोक दिया गया. इस घटना का वीडियो भी एक शिक्षक ने ही बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
प्राचार्य दुष्यंत राणा दी सफाई
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मुस्लिम टीचर प्राचार्य के कान में कुछ बोलती है और उसके बाद प्राचार्य बच्चों को डांट लगाते हुए गायत्री मंत्र गाने पर रोक लगा देते हैं. हालांकि, इस मामले में प्राचार्य दुष्यंत राणा ने बताया किऊपर से ही निर्देश है कि राष्ट्रगान और राष्ट्र गीत के अलावा कोई भी धार्मिक पाठ नहीं होगा. उसी का पालन हमने किया.
मामले की जांच के आदेश
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के मुताबिक, मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस तरह का कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सारे स्कूलों में भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार ही शिक्षा दी जाएगी. ऐसा नई शिक्षा नीति में कहा गया है. सभी स्कूलों में सरस्वती वंदना अनिवार्य है और हो भी रही है. एसडीएम इस मामले में जांच करके जल्दी ही रिपोर्ट सबमिट करेंगे.
कांग्रेस नेता केके मिश्रा बोले
इस मामले में कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि कल को तो कोई कहेगा की नमाज़ भी पढ़ेंगे, तो क्या सरकार अब स्कूल में नमाज़ पढ़ाएगी ? स्कूलों को राजनीतिक अखाड़ा बना कर रख दिया गया है.
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष बोले
इस मामले को लेकर हिंदू संगठन भी सामने आए. संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि एक मुस्लिम टीचर ने प्राचार्य के कान में बोला और उन्होंने गायत्री मंत्र रोक दिया . क्या प्राचार्य अब शिक्षक की सुनेंगे. एक बार गायत्री मंत्र पूरा हो जाने दिया जाता. उसके बाद प्राचार्य अपनी बात कह सकते थे. हमारी सरकार से मांग है कि प्राचार्य को बर्खास्त किया जाये, वरना हम स्कूल के सामने गायत्री मंत्र का जाप करेंगे.
भोपाल के गायत्री शक्ति पीठ के संचालक रमेश नागर ने कहा कि ये तो सद्बुद्धि का एक मंत्र है. इसमें किसी तरह का कोई विवाद नहीं होना चाहिए .फ़िलहाल इस मामले में सरकार ने जांच के निर्देश दिए हैं.