मध्यप्रदेश पुलिस के बर्खास्त सिपाही धर्मेन्द्र उर्फ रघुराज उर्फ कल्ली गुर्जर व उसके साथी संदीप गौड़ निवासी धनेला ने सोमवार को हाईवे पर एक युवक को अगवा किया। उससे पहले 1620 रुपये लूट लिए। नूराबाद थाने के गेट तक ले जाकर किसी और के मार्फत दस हजार अपने खाते में पेटीएम से ट्रांसफर कराए। सिविल लाइन पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनकी स्कॉर्पियो भी जब्त कर ली गई है।
टीआई सिविल लाइन प्रवीण चौहान के मुताबिक आरोपी धर्मेन्द्र पुत्र मुंशी सिंह गुर्जर, उम्र 27, निवासी धनेला व आरोपी संदीप पुत्र राकेश गौड़ निवासी सदर सोमवार को न्यू हाउसिंग कॉलोनी के गेट पर पहुंचे। वहां उन्होंने रवि पुत्र राजेन्द्र बाथम को पकड़कर कहा कि वह स्मैक बेचता है, इसलिए उसे गिरफ्तार कर रहे हैं। घटना के समय आरोपी धर्मेन्द्र गुर्जर सिपाही की वर्दी पहने था। उसने रौब झाड़ते हुए रवि की जेब में रखे 1620 रुपये निकाल लिए। रवि ने छोड़ने की बात कही तो आरोपियों ने एक लाख रुपये देने का दबाव बनाया। रवि को स्कॉर्पियो में डालकर नूराबाद थाने के गेट तक ले गए। वहां रवि ने अपने परिचित रामखिलाड़ी सिकरवार को बुलाया और उससे 10 हजार रुये की रकम आरोपियों के पेटीएम खाते में ट्रांसफर किए। बर्खास्त सिपाही धर्मेन्द्र गुर्जर रवि पर 90 हजार रुपये और देने का दबाव बना रहा था। इस दौरान सिविल लाइन पुलिस ने दोनों आरोपियों को धर-दबोचा। रवि बाथम को उनके कब्जे से मुक्त कराया। बर्खास्त सिपाही पर विदिशा जिले के सिरोंज थाने में अपराध क्रमांक 224/ 2018 पर लूट का मुकदमा कायम है।