संदिग्ध युवक से पूछताछ कर रही पुलिस

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Update: 2022-07-14 17:18 GMT

रावनवाड़ा। दूसरे जिलों से आकर यहां वहां घूम कर अपना व्यवसाय करने वाले बंजारे परिवार की एक युवती की बुधवार को परासिया बायपास स्थित एक अवैध पत्थर खदान के पानी में डूबने से मौत हो गई। मौत पर बंजारा परिवार के द्वारा बवाल करने पर पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने घटना पर मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया। घटना के दूसरे दिन गुरुवार को एसडीओपी अनिल शुक्ला शिवपुरी थाना प्रभारी संदीप त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया एवं मृतक के परिवार के बयान लिए। श्री त्रिपाठी ने बताया कि वो मामले की जांच कर रहे हैं बुधवार को शिवपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत परासिया बायपास पेट्रोल पंप के सामने खाली पड़ी जमीन पर खंडवा से आए हुए बंजारों ने झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।

जो आसपास के क्षेत्रों में जाकर प्लास्टिक की टंकी सिलबट्टे एवं अन्य सामान बेचकर अपना गुजर बसर करते हैं। बुधवार दोपहर उसी परिवार की एक 18 वर्षीय युवती अपनी भाभी के साथ झोपड़ी के पीछे स्थित पत्थर खदान में कपड़े धोने गई हुई थी। जहां पानी में डूबने से केलू की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवती और उसकी भाभी जब कपड़े धो रहे थे तभी पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने आकर उनके साथ झूमाझटकी की। जिसके चलते युवती पानी में गिर गई, जिसको डूबते देख उसकी भाभी ने परिवार सदस्य को आवाज दी जिन्होंने युवती को पानी से निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। इसी बीच मृतक के परिवार सदस्यों ने उक्त युवक को पकड़ लिया एवं उसके साथ मारपीट की। सूचना मिलते ही पुलिस में मौके पर पहुंचकर मृतक युवती का पोस्टमार्टम कराकर सबको परिवार के सुपुर्द किया जिन्होंने गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार किया।

मृतिका का शव जब पुलिस पोस्टमार्टम कराने ले जाने लगी तो बंजारे लाश को नहीं ले जाने दे रहे थे। उनका कहना था कि हमारे समाज में पोस्टमार्टम नहीं कराया जाता है किंतु पुलिस का मान मनौव्वल और समझाइश दी गई, कि बिना पीएम के हम शव नहीं देंगे तब जाकर उन्होंने शव को ले जाने दिया। मौके पर पहुंचकर जब बंजारों से चर्चा की तो उनका कहना था कि आरोपित नशे का आदी है कई तरह का वह नशा करता है। 2 दिन पहले उसने एक बकरी को भी मारा था जो, जिसकी जानकारी मृतक युवती ने बकरी के मालिक को दी थी तब से वह इस पर चिढ़ा हुआ था और 2 दिन से ही वह इसे ढूंढ भी रहा था। अवैध पत्थर की खदान में भरा रहता है पानी जहां बंजारों की बस्ती बसी है यह पूरी शासकीय जगह है यहां कुछ समय पहले अवैध रूप से फाड़ी की खदान चलाई जाती थी जिसके कारण काफी गहरे गड्ढे यहां बने हुए हैं बरसात में इसमें पूरा पानी भर जाता है जिसकी गहराई का नाप कर पाना मुश्किल है बंजारों के पास पानी का कोई साधन न होने के कारण यही कपड़े धोते हैं यही नहाते भी है क्योंकि आरोपित यहीं फाड़ी फोड़ता था तो वह बार-बार लोगों को फाड़ी की खदान तरफ जाने के लिए चिल्लाता था।
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