विपक्ष का भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) विफल हो जाएगा: कैलाश विजयवर्गीय
इंदौर | बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार (30 अगस्त) को इंदौर में कहा कि विपक्ष का भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) विफल हो जाएगा, क्योंकि इसके नेता पर कोई सहमति नहीं है और कोई आम विचारधारा नहीं है. वह अगले दो दिनों में मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले यहां संवाददाताओं से बात कर रहे थे. बीजेपी नेता ने कहा, देश का इतिहास बताता है कि अलग-अलग विचारधारा वाले दलों का गठबंधन कभी सफल नहीं होता.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रक्षाबंधन पर अनाथ बच्चों और के साथ त्यौहार मनाया तो वही राजनीतिक सवालों के जवाब मीडिया के सामने उन्होंने बेबाकी से दिए. एक और जहां उन्होंने शिवराज सरकार की लाडली बहन योजना और गैस चूल्हे पर सब्सिडी के सवाल पर बात की तो वही ममता बनर्जी को भी घेरा. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य की गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत गरीबों की गरीबी दूर करना है, उन्होंने कहा कि विश्व में महंगाई बढ़ी है, किंतु गैस चूल्हे के माध्यम से हम महंगाई दर करने का काम कर रहे हैं.
वहीं कांग्रेस ने तो सिर्फ नारा दिया है, कि गरीबी हटाओ कैलाश विजयवर्गीय बोले कि मोदी सरकार आने के बाद करीब साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं उनके मकान बने हैं उनके घर में बाइक है उनका जीवन स्तर उठा है.
ममता बनर्जी को जमकर आड़े हाथ लिया
एक सवाल के जवाब में कैलाश विजयवर्गी ने ममता बनर्जी को जमकर आड़े हाथ लिया और कहा कि इंडिया एलियांज की कई बैठक होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में हत्या रेप आदि अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बारे में ममता जी जवाब दें उन्होंने कहा कि मुंबई में होने वाली इंडिया एलायंस की बैठक अलग-अलग विचारधारा का गठबंधन है जिसे लोग पसंद नहीं करते हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल जी ने अब तक चीन से कितनी आर्थिक सहायता ली है.
'वह ट्वीट से समाज की सामाजिक समरसता तोड़ना चाहते हैं'
इस बात का वह खुलासा करें जो की वह दुश्मन देश की भाषा बोलते हैं, यह इस देश का दुर्भाग्य है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट के मामले में भी कैलाश विजयवर्गीय ने अपना बयान दिया और कहा कि वह ट्वीट से समाज की सामाजिक समरसता तोड़ना चाहते हैं. एक अन्य सवाल पर वे बोले कि बीजेपी का कार्यकर्ता कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक ही है, तो मैं कैसे अलग हो गया.
इस तरह की बात करने का मतलब संकुचित मानसिकता का परिचय है. वहीं कांग्रेस के लोगों द्वारा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की बात कहने के सवाल को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि रक्षाबंधन पर इससे बड़ा मजाक नहीं हो सकता है.