Indore: देवी अहिल्या नेे 30 से ज्यादा मंदिरों के कराए जीर्णोद्धार

Update: 2024-08-31 11:27 GMT
Indore इंदौर: देवी अहिल्या की 229 वीं पुण्यतिथि रविवार को मनाई जा रही है। अहिल्या बाई होलकर ने मालवा पर राज सन 1767 से 1795 तक किया। भले ही वे एक छोटे से स्टेट की महारानी थी, लेकिन उन्होंने देशभर में सांस्कृतिक विकास कर अपनी अलग पहचान बनाई।
देवी अहिल्या ने देशभर के 30 से ज्यादा मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया और दस बड़ी नदियों पर घाटों का निर्माण कराया। उनके कार्यकाल में बनाए गए कई घाट आज भी नदियों पर बरकरार है। लोककल्याण और परोपकारी कामों ने उनकी देश में एक अलग पहचान बनी। महाराष्ट्र के चौड़़ी गांव में जन्मी देवी अहिल्या न्यायप्रिय थी और अपनी सत्ता को शिव की सत्ता मानती थी। वे हमेेशा अपने साथ शिवपिंड रखती थी।
देवी अहिल्या ने अयोध्या के राममंदिर का जीर्णोद्धार कराया। 22 जनवरी को जब राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई तब भी अहिल्या का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। उज्जैन मेें उन्होंनेे चिंतामण गणेश मंदिर का निर्माण कराया। इसके अलावा महाकाल मंदिर का जीर्णोद्धार किया। अेांकारेश्वर, नासिक, संगमनेर, पंढरपुर,चौड़ी, चित्रकूट, पुष्कर,ऋषिकेश, भुसावल, प्रयाग, जेजुरी, मिरी और मथुरा में उन्होंने नए मंदिरों का निर्माण व पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया। देवी अहिल्या भक्तों का भी ख्याल रखती थी। उनकी सुविधा के लिए बद्रीनाथ, मथुरा, हरिद्वार, केदारनाथ,रामेश्वर, अमरकंटक, सप्तश्रृंगी माता, भरतपुर, नासिक, अयोध्या में धर्मशालाएं बनवाई।
मणिकर्णिका घाट अहिल्या ने बनवाया था
देवी अहिल्या ने देश की बड़ी नदियों पर भक्तों के स्नान की सुविधा के लिए घाट भी बनवाए। वाराणसी का मशहूर मणिकर्णिका घाट भी उन्होंने बनवाया था। इसके अलावा हरिद्वार में एक घाट बनाया गया। जिस पर हुए कब्जे का केस कोर्ट में प्रशासन ने लगाया है। अयोध्या का सरयु घाट भी उन्होंने बनवाया। इसके अलावा मथुरा का कालिया देह घाट, नासिक का रामघाट, प्रयाग का घाट, मंडलेश्वर और महेश्वर व अेांकारेश्वर में नर्मदा नदी पर उनके शासनकाल में घाट बने। देवी अहिल्या ने गया से रामेश्वर तक सड़क भी बनवाई थी, जो अब ट्रंक रोड के नाम से जानी जाती हैै।
रविवार को निकलेगी पालकी
इंदौर में देवी अहिल्या की पुण्यतिथि पर दोपहर साढ़े तीन बजे रविवार को पालकी निकलेगी। गांधी हाल सेेे राजवाड़ा तक जाने वाली पालकी में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होंगे। इससे पहले गांधी हाल में एक समारोह आयोजित होगा। जिसमें गुुणीजन सम्मान होगा। समारोह के अतिथि शिवगंगा अभियान के महेश शर्मा होंगे, जबकि अध्यक्षता पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन करेंगी।
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