पिता ने टंगिये से काटा बेटे का हाथ, अस्पताल ले जाते हुई मौत

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Update: 2022-08-05 13:44 GMT

दमोह। दमोह जिले के पथरिया थाना अंतर्गत जेरठ चौकी के ग्राम बोबई में गुरुवार की शाम बाइक की चाबी ना देने पर पिता और छोटे भाई ने मिलकर बड़े भाई का बायां हाथ कुल्हाड़ी से काटकर अलग कर दिया। पिता इतना आक्रोशित था कि कटा हुआ हाथ व कुल्हाड़ी लेकर गांव से पांच किलोमीटर दूर पुलिस चौकी जेरठ पहुंचकर अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया। इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी पुलिस ने तत्काल ही वाहन से गंभीर रूप से घायल बड़े भाई को पथरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, फिर जिला चिकित्सालय दमोह में भर्ती कराया, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने पर उसे रात्रि में ही जबलपुर रेफर कर दिया गया, जहां रास्ते में उसकी मौत हो गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह ने बताया कि दमोह जिले की पथरिया थाना अंतर्गत ग्राम जेरठ चौकी के गांव बोबई में मोती पटेल 51 वर्ष के बेटे संतोष पटेल 21 वर्ष के पास बाइक थी, जिसे उसके पिता मोती पटेल और छोटा भाई राम किशन कहीं जाने के लिए मांग रहे थे। संतोष ने बाइक देने से इनकार कर दिया। जिस बात को लेकर पिता मोती और रामकिशन ने मिलकर संतोष पर हमला बोल दिया। विवाद के बीच पिता मोती ने संतोष का बायां हाथ लकड़ी के पट्टे पर रखा और उसे कुल्हाड़ी से काटकर अलग कर दिया। इस क्रूरता के बाद पिता मौके से भागा नहीं बल्कि कुल्हाड़ी कंधे पर रखकर और हाथ में कटा हुआ हाथ लेकर करीब पांच किलोमीटर दूर जेरठ पुलिस चौकी पहुंचा। जैसे ही पुलिस ने मोती के हाथ में कटा हुआ हाथ देखा तो स्टाफ भी दंग रह गया, तुरंत मोती को पुलिस ने पकड़ लिया। बाद में घायल संतोष को अस्पताल पहुंचाया, संतोष की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसने बचाव का प्रयास किया, लेकिन ससुर और देवर ने उसे धक्का देकर अलग कर दिया।
उसने यह भी बताया कि ससुर हाथ काटने के बाद उसे नदी में फेंकने जा रहे थे, लेकिन बाद में पुलिस चौकी लेकर चले गए। पुलिस द्वारा तत्काल ही गंभीर रूप से घायल संतोष को पथरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची, जहां पर डॉ शशिकांत पटेल ने बताया कि संतोष को शाम को लाया गया था, लेकिन उसके हाथ के बारे में जानकारी ली तो पुलिस ने बताया कि कटा हुआ हाथ चौकी में रखा है। जिस पर डाक्टर ने उस हाथ को बुलवाया लेकिन इस बीच लगभग तीन घंटे से अधिक का समय हो गया था, जिस कारण से उसे जोड़ना असंभव महसूस हो रहा था, जिससे संतोष को दमोह के जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां से उसकी हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही रात्रि में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने हत्या के आरोप में पिता मोती एवं भाई राम किशन को गिरफ्तार कर लिया है।
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